भारत के पहले सबसे तेज़ गेंदबाज थे मोहम्मद निसार, जिन्होंने अंग्रेजों के छुड़ाए थे छक्के
भारत की तरफ से तेज गेंदबाज मोहम्मद निसार ने इंटरनेशनल क्रिकेट में गेंद डालने वाले पहले भारतीय बॉलर थे। इंगैलंड के खिलाफ भारतीय गेंदबाज निसार ने इस मैच में पहला विकेट लिया था और साथ ही पांच विकेट हॉल को पूरा भी किया था। बता दें कि, मोहम्मद निसार ने अपने करियर में केवल 6 टेस्ट मैच खेले।
भारत की टीम का पहला टेस्ट मैच साल 1932 में खेला गया था। क्रिकेट इतिहास में अपना पहला मैच खेलने वाले भारतीय टीम की कप्तानी सीके नायडू कर रहे थे। बता दें कि, भारत यह मैच इंगलैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेल रहे थे और अपने शुरूआती मैच को भारत ने केवल 3 दिनों में ही गंवा दिया था। भारत की तरफ से तेज गेंदबाज मोहम्मद निसार ने इंटरनेशनल क्रिकेट में गेंद डालने वाले पहले भारतीय बॉलर थे। इंगैलंड के खिलाफ भारतीय गेंदबाज निसार ने इस मैच में पहला विकेट लिया था और साथ ही पांच विकेट हॉल को पूरा भी किया था। बता दें कि, मोहम्मद निसार ने अपने करियर में केवल 6 टेस्ट मैच खेले। इस दौरान उनकी तेज गेंदबाजी काफी सुर्खियों में बनी रही।
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इंगलैंड के तेज गेंदबाज हेराल्ड लारवुड से भी तेज गेंदबाज थे मोहम्मद निसार
भारतीय कप्तान सीके नयाडू ने अपने एक लेख में बताया था कि, मोहम्मद निसार इंगलैंड के तेज गेंदबाज हेराल्ड लारवुड से भी तेज गेंदबाज थे। साल 2021 आ गया है लेकिन अभी तक मोहम्मद निसार जैसा भारतीय खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट टीम में देखने को नहीं मिला है। आज इनकी उपलब्धियों के बारें में चर्चा इसलिए नहीं होती है क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध और भारत के बंटवारे उस वक्त काफी चर्चे में थे जिसके कारण मोहम्मद निसार जैसे खिलाड़ी की खूबियां अनदेखी रह गई।
बहुत शानदार था भारत और इंगलैंड का पहला मैच
भारत का ऐतिहासिक पहला टेस्ट मैच लॉर्ड्स में खेला गया जिसको देखने 25,000 लोग आए थे। इंगलैंड के कप्तान डगलस जार्डिन ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी चुनी। ओपनिंग के लिए इंगलैंड की तरफ से पर्सी होम्स और हर्बर्ट सटक्लिफ मैदान में उतरे, लेकिन भारत के मोहम्मद निसार की तेज गेंदबाजी ने दोनों ही ओपनर को धाराशाई कर दिया और इंगलैंड की टीम ने पहली पारी में 259 रन ही बनाया। निसार ने इस बीच 5 विकेट चटकाए। इंगलैंड ने पहली पारी में ही भारत को 189 रनों में ही समेट दिया था।
भारत को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट खेलने का दूसरा मौका मिला
जानकारी के लिए बता दें कि, भारत ने साल 1933-34 में अपने ही घर में इंगलैंंड के खिलाफ दूसरा टेस्ट मैच खेला। मुंबई में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भी निसार ने जोरदार गेंदबाजी की औप पारी में 5 विकेट चटकाए। इस दौरे में भी इंगलैंड की जीत हुई थी। वहीं बनारस में विजयनगरम इलेवन के महाराजा से इंग्लिश टीम को 14 रनों से हार मिली थी और इसमें भी निसार ने अपना जोरदार प्रदर्शन देते हुए 117 रनों में 9 विकेट चटकाए थे।
1936 में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच
साल 1936 में भारत और इंगलैंड का तीसरा टेस्ट मैच खेला। यह मैच इंगलैंड में खेला गया। भारत की तरफ से तेज गेंदबाज निसार ने फिर से पांच विकेट लिए। लेकिन 26 साल के निसार का यह मैच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का आखिरी मैच साबित हुआ क्योंकि भारत बंटवारे और द्वितीय विश्व युद्ध के कारण भारत को 10 सालों तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा था।
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मोहम्मद निसार
भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद निसार ने 6 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 25 विकेट चटकाए। 13 ऐसे मौकें भी आए जब निसार ने बल्लेबाजों को एलबीडब्ल्यू आउट किया था। निसार अपनी तेज गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे। उन्होंने अपनी पहली और आखिरी टेस्ट में 5 विकेट चटकाए थे। जब भारत का बंटवारा होने लगा तो कई नवाबों ने निसार को भारत के पक्ष में रहकर खेलने का अनुरोध किया लेकिन उनका दिल पाकिस्तान के लाहौर में ही बस गया था। बंटवारे के बाद निसार ने अपनी भारतीय साथियों से पत्र के माध्यम से सपंर्क बनाए रखा। आपको बता दें कि, मोहम्मद निसार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के संस्थापक भी बने। उन्होंने पाकिस्तान की पहली टीम चुनी। राजनिति के कारण निसार ने जल्द ही क्रिकेट प्रशासन को अलविदा कह दिया। साल 1936 में ट्रेन यात्रा के दौरान दिल की गति रूकने से उनका निधन हो गया और मौत के समय भी निसार का क्रिकेट किट उनके साथ ही था।
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