8 साल, 7 टूर्नामेंट और एक भी ट्रॉफी नहीं जीत पाई भारतीय टीम, धोनी के साथ के बावजूद नहीं चली कप्तान कोहली की रणनीति
अनुराग गुप्ता । Nov 8 2021 1:46PM
2013 में भारत ने धोनी की कप्तानी में अपना आखिरी आईसीसी खिताब जीता था। इसके बाद टीम ने 7 टूर्नामेंट खेले और सभी में निराशा ही हाथ लगी। धोनी के बाद कप्तानी का जिम्मा कोहली के कंधों पर आया और उन्होंने कई मौकों पर टीम को मजबूत भी किया लेकिन आईसीसी टूर्नामेंट के मामलों में उनकी किस्मत सही नहीं रही।
दुबई। आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 के सुपर-12 मुकाबले में न्यूजीलैंड के हाथों अफगानिस्तान को मिली हार के साथ ही भारत का सफर समाप्त हो गया। शुरुआती झटकों के बाद भारतीय टीम की उम्मीद अफगानिस्तान पर टिकी हुई थी लेकिन 8 विकेट से मिली करारी हार के बाद सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना भी चकनाचूर हो गया। सबसे पहले पाकिस्तान और फिर न्यूजीलैंड के हाथों परास्त होने के बाद भारत का सेमीफाइनल में पहुंच पाना लगभग नामुमकिन था फिर भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे जो महज कयास ही साबित हुए।
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8 साल, 7 टूर्नामेंट और सभी में निराशा
साल 2013 में भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में अपना आखिरी आईसीसी खिताब जीता था। इसके बाद भारतीय टीम ने 7 टूर्नामेंट खेले और सभी में निराशा ही हाथ लगी। महेंद्र सिंह धोनी के बाद कप्तानी का जिम्मा विराट कोहली के कंधों पर आ गया और उन्होंने कई मौकों पर टीम को मजबूत भी किया लेकिन आईसीसी टूर्नामेंट के मामलों में उनकी किस्मत उनके साथ नहीं दिखाई दी।साल 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भारतीय टीम की स्थिति और भी ज्यादा दयनीय हो गई। टी20 विश्व कप 2014, विश्व कप 2015, टी20 विश्व कप 2016, चैंपियंस ट्रॉफी 2017, विश्व कप 2019, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2021 और मौजूदा टी20 विश्व कप सभी मुकाबलों में भारतीय टीम का प्रदर्शन साधारण दिखाई दिया।टी20 विश्व कप 2014, चैंपियंस ट्रॉफी 2017 और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2021 में भारतीय टीम फाइनल तक पहुंच पाने में कामयाब हो पाई थी लेकिन खिताब नहीं जीत पाई। साल 2019 में खेला गया विश्व कप तो अपने आप में बहुत कुछ कहता है जिसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इस विश्व कप में सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने 5 शतक जड़े थे और उनका बल्ला न्यूजीलैंड के खिलाफ नहीं चल पाया था और इसी मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी रनआउट भी हुए थे। जिसके बाद भारतीय टीम फाइनल में अपनी जगह नहीं बना पाई थी।इसे भी पढ़ें: बर्थडे ब्वॉय ईश सोढ़ी ने कोहली को फिर बनाया अपना शिकार, टी20 में तीसरी बार चटकाया विकेट
BCCI की रणनीति भी हुई फेल
बीसीसीआई ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय टीम का मेंटॉर नियुक्त किया था। क्योंकि वहीं एकलौते कप्तान है जिन्होंने टी20 विश्व कप, विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी तीनों ही खिताब उठाए हुए हैं। इसके अलावा बीसीसीआई को कहीं-न-कहीं लगता था कि तिकड़ी की रणनीति के सामने विपक्षी टीम विफल हो जाएंगी लेकिन साल 2016 में महेंद्र सिंह धोनी द्वारा की गई भविष्यवाणी सही साबित हुई और भारतीय टीम पाकिस्तान से अपना पहला मुकाबला भी हार गई।इसके बाद न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को बुरी तरह से धोया। जिसके बाद राह मुश्किल हो गई। टी20 विश्व कप के शुरुआत में मुख्य कोच रवि शास्त्री, कप्तान विराट कोहली और मेंटॉर महेंद्र सिंह धोनी की रणनीति वाली टीम कागज में सबसे मजबूत दिखाई दे रही थी जो महज कागजों में ही मजबूत दिखी।We're now on WhatsApp. Click to join.
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