दिल्ली चुनाव के लिए AAP ने जिताऊ उम्मीदवारों को बनाया प्रत्याशी, समझिए आखिर कौन हैं प्रमुख यह नेता
दिल्ली विधानसभा 2025 चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा के बाद 11 नामों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में छह नाम हैं जो बीते 25 दिन के अंदर ही कांग्रेस, भाजपा से आप में आए हैं। पार्टी ने 2020 में हारे तीन उम्मीदवारों पर भी फिर से भरोसा जताया है।
पीएसी की बैठक में दिल्ली विधानसभा 2025 चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा के बाद 11 नामों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में छह नाम ऐसे हैं जो बीते 25 दिन के अंदर ही कांग्रेस या भाजपा से आप में आए हैं। पार्टी ने 2020 में हारे तीन उम्मीदवारों पर भी फिर से भरोसा जताया है। आइये जानते हैं उन 11 चेहरों के बारे में जिन्हें आप ने अपनी पहली सूची में जगह दी है। उम्मीदवार हैं जो 3 से 25 दिन पहले पार्टी में आए हैं और अब उन्हें आप ने टिकट दे दिया है।
छह सीटों पर तय हुए उम्मीदवार
आप को जिन आठ सीटों पर 2020 में हार मिली थी, उनमें रोहिणी, बदरपुर, लक्ष्मी नगर, विश्वास नगर, गांधी नगर, रोहतास नगर, घोंडा और करावल नगर शामिल हैं। इनमें से पार्टी ने छह सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। सिर्फ दो सीटों रोहिणी और गांधी नगर सीट पर उम्मीदवारों का एलान नहीं हुआ है। वहीं, लक्ष्मी नगर, रोहतास नगर, विश्वास नगर, बदरपुर, घोंडा और करावल नगर पार्टी ने प्रत्याशी तय कर दिए हैं। इनमें से तीन सीटों पर 2020 में आप के हारे उम्मीदवारों राम सिंह, सरिता सिंह और दीपक सिंगला को दोबारा मौका दिया है।
1. ब्रह्म सिंह तंवर: छतरपुर से आम आदमी पार्टी ने ब्रह्म सिंह तंवर को उम्मीदवार बनाया है। 2020 और 2015 के विधानसभा चुनाव में तंवर छतरपुर से भाजपा उम्मीदवार थे। दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। पिछले चुनाव में उन्हें आप उम्मीदवार करतार सिंह तंवर ने 3,720 वोट से हरा दिया था। तीन बार के पूर्व विधायक ब्रह्म सिंह तंवर बीते 31 अक्तूबर को ही आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। यानी, पार्टी में आने की तीन हफ्ते बाद उन्हें उम्मीदवार बना दिया गया है। ब्रह्म सिंह तंवर 2013 में छतरपुर सीट से भाजपा के टिकट पर तीसरी बार विधायक बने थे। इससे पहले 1993 और 1998 के विधानसभा चुनाव में उन्हें महरौली सीट से जीत मिली थी। ब्रह्म सिंह तंवर दोनों बार भाजपा के टिकट पर जीते थे। जबकि, 2003 में उन्हें महरौली सीट पर और 2008 में छतरपुर सीट पर उन्हें कांग्रेस के बलराम तंवर से हार मिली थी।
2.अनिल झा: दिल्ली पश्चिम जिले की किराड़ी सीट से पूर्व भाजपा विधायक अनिल झा को आप का उम्मीदवार बनाया गया है। पूर्वांचली नेता अनिल झा 2020 में किराड़ी सीट पर 5,654 वोट से हार गए थे। उन्हें आप के ऋतुराज गोविंद ने हराया था। अनिल झा ने बीते रविवार यानी 17 नवंबर को ही आप का दामना थामा है। दो बार के भाजपा विधायक अनिल झा 2008 और 2013 में किराड़ी सीट से जीतने में सफल रहे थे। 2020 की तरह ही 2015 में भी उन्हें आप के ऋतुराज गोविंद ने हराया था।
3. बीबी त्यागी: आम आदमी पार्टी ने बीबी त्यागी को लक्ष्मीनगर सीट से उम्मीदवार बनाया है। 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को इस सीट पर हार का माना करना पड़ा था। ब्रह्म सिंह तंवर और अनिल झा की तरह त्यागी को भी आम आदमी पार्टी में आए अभी एक महीने भी नहीं हुए हैं। त्यागी ने चार नवंबर को ही आप की सदस्यता ली है। त्यागी दो बार भाजपा के टिकट पर पार्षद रह चुके हैं।
4. जुबैर चौधरी: आप ने सीलमपुर सीट से अब्दुल रहमान का टिकट कट गया है। रहमान ने बीते 29 अक्तूबर को ही आम आदमी पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। इस्तीफे में उन्होंने कहा था कि उन्होंने विचारों में बढ़ते फासले को देखते हुए, यह निर्णय लिया है। तब से ही उनका टिकट कटने की अटकलें थीं। यहां से पार्टी ने जुबैर चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। जुबैर अहमद चौधरी पांच बार के कांग्रेस विधायक मतीन अहमद के बेटे हैं। जुबैर बीते 29 अक्तूबर को ही अपनी पार्षद पत्नी शगुफ्ता के साथ कांग्रेस में शामिल हुए थे। जुबैर के पिता और सीलमपुर से पांच बार विधायक रहे मतीन अहमद ने भी 10 नवंबर को आप की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। चौधरी मतीन अहम 1993 से 2013 तक यहां से विधायक रहे हैं।
5. वीर सिंह धींगान: सीमापुरी सीट से वीर सिंह धींगान को पार्टी ने टिकट दिया है। तीन बार के विधायक रहे वीर सिंह धींगान ने बीते 15 नवंबर को ही कांग्रेस पार्टी छोड़ आम आदमी पार्टी का दामन थामा है। 2020 के विधानसभा चुनाव में सीमापुरी सीट से आप के राजेंद्र पाल गौतम ने जीत दर्ज की थी। गौतम ने बीते सितंबर में ही पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया था। उसके बाद से पार्टी यहां से किसी बड़े चेहरे की तलाश में थी। धींगान 1998, 2003 और 2008 में सीमापुरी सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज कर चुके हैं। धींगान 2013 में दूसरे तो 2015 और 2020 में तीसरे स्थान पर रहे थे। 2020 में उन्हें महज 7,661 वोट पा सके थे और उनकी जमानत भी जब्त हो गई थी।
6. सोमेश शौकीन: मटियाला सीट पर पार्टी ने सोमेश शौकीन को उतारा है। सोमेश शौकीन ने बीते 18 नवंबर को ही कांग्रेस छोड़कर आप का दामन थामा है। 2013, 2015 और 2020 में सोमेश शौकीन मटियाला सीट से कांग्रेस उम्मीदवार थे। तीनों बार उन्हें तीसरे नंबर से संतोष करना पड़ा था। जबकि, 2008 में शौकीन मटियाला से कांग्रेस के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। यहां से 2020 में आप के गुलाब सिंह ने जीत दर्ज की थी। इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है। मटियाला सीट से लगातार दो बार जीते गुलाब सिंह यादव के ठिकानों पर बीते मार्च में ईडी की रेड पड़ी थी।
7. सरिता सिंह: आप ने सरिता सिंह को एक बार फिर रोहतास नगर से उतारा है। 2020 में सरिता को इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। उस चुनाव में सरिता को भाजपा के जितेंद्र महाजन के मात दी थी। 2015 में भी रोहतास नगर सीट पर मुकाबला सरिता सिंह और जितेंद्र महाजन के बीच ही हुआ था। उस चुनाव में सरिता ने जितेंद्र महाजन को 7,874 वोट से पटखनी दी थी।
8. दीपक सिंगला: विश्वास नगर सीट पर आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर दीपक सिंगला को टिकट दिया है। 2020 के विधानसभा चुनाव में यह सीट भाजपा के खाते में गई थी। तब भाजपा के ओम प्रकाश शर्मा ने आम आदमी पार्टी के दीपक सिंगला को 16,457 वोट से मात दी थी। 2020 में हारने के बाद भी पार्टी ने एक बार फिर सिंगला पर ही भरोसा जताया है।
9. राम सिंह: 2020 के विधानसभा चुनाव में आप को जिन आठ सीटों पर हार मिली थी, उनमें बदरपुर सीट भी शामिल थी। इस सीट पर पार्टी ने एक बार फिर राम सिंह नेताजी को टिकट दिया है। पिछले चुनाव में राम सिंह को भाजपा के रामवीर सिंह बिधूड़ी ने 3,719 वोट से हराया था। बिधूड़ी दक्षिण दिल्ली से सांसद हैं। जहां तक राम सिंह नेताजी की बात है तो वो मूलत: कांग्रेस नेता रहे हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले जनवरी 2020 में उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थामा था।
10. गौरव शर्मा: घोंडा सीट भी उन आठ सीटों में शामिल हैं जहां 2020 में आप को हार मिली थी। यहां से पार्टी ने गौरव शर्मा को टिकट दिया है। गौरव आप के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव हैं। गौरव की पत्नी ब्रह्मपुरी वार्ड से पार्षद हैं।
11. मनोज त्यागी: करावल नगर सीट पर भी 2020 में आम आदमी पार्टी हारी थी। यहां से पार्टी ने मनोज त्यागी को उम्मीदवार बनाया है। 2020 में यहां से भाजपा के मोहन सिंह बिष्ट ने आप के दुर्गेश पाठक को मात दी थी। इस पार्टी ने पाठक की जगह मनोज त्यागी को टिकट दिया है।
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