शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला थमा, सेंसेक्स 256 अंक टूटा

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एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की बढ़त के साथ बंद हुआ जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। यूरोप के अधिकांश बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 86.31 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को शुद्ध बिकवाल रहेऔर उन्होंने 494.68 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

कमजोर एशियाई संकेतों के बीच बैंकिंग, एफएमसीजी और तेल एवं गैस शेयरों में बिकवाली से बृहस्पतिवार को घरेलू बाजारों में तीन दिन से जारी तेजी का सिलसिला थम गया। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स करीब 256 अंक गिर गया, जबकि निफ्टी में करीब आधा प्रतिशत का नुकसान रहा। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 255.84 अंक यानी 0.39 प्रतिशत गिरकर 64,831.41 अंक पर बंद हुआ। शुरुआती कारोबार में यह मजबूती के साथ 65,178.33 के उच्चस्तर तक पहुंच गया था। लेकिन अगस्त महीने के डेरिवेटिव अनुबंधों की समाप्ति पर बिकवाली होने से यह अपनी सारी बढ़त गंवा बैठा और नुकसान के साथ बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 93.65 अंक यानी 0.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,253.80 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स में शामिल शेयरों में से एशियन पेंट्स में सर्वाधिक 1.33 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, एसबीआई, बजाज फाइनेंस, नेस्ले और टीसीएस के अलावा हिंदुस्तान यूनिलीवर, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पावर ग्रिड और कोटक बैंक में भी गिरावट रही। दूसरी तरफ मारुति सुजुकी में सर्वाधिक 2.22 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। इसके अलावा टाइटन, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, टेक महिंद्रा, विप्रो और आईसीआईसीआई बैंक भी बढ़त के साथ बंद हुए। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड में तकनीकी शोध के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘मासिक निपटान की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव रहा और यह करीब आधा प्रतिशत गिर गया।’’

जियोजीत फाइनेंशियल के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिका में आर्थिक संकेतकों के कमजोर आंकड़े आने से ब्याज दर में सख्ती के रुख पर लगाम लगने की संभावना बढ़ा दी है जिससे बॉन्ड प्रतिफल में गिरावट देखी जा रही है। हालांकि, घरेलू बाजार पर इस घटनाक्रम का सीमित असर ही रहा।’’ व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.02 प्रतिशत गिर गया जबकि स्मॉलकैप 0.79 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।

एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की बढ़त के साथ बंद हुआ जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। यूरोप के अधिकांश बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 86.31 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को शुद्ध बिकवाल रहेऔर उन्होंने 494.68 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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