श्रीकांत ने चीन के युशियांग को हराकर इंडिया ओपन में बनाई जगह
श्रीकांत का सामना फाइनल में दुनिया के 55वें नंबर के खिलाड़ी पारूपल्ली कश्यप और पूर्व विश्व चैंपियन और नंबर एक डेनमार्क के दूसरे वरीय विक्टर एक्सेलसेन के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा।श्रीकांत कल होने वाला फाइनल जीतकर 17 महीने के खिताबी सूखे को खत्म करने की कोशिश करेंगे।
नयी दिल्ली।पूर्व चैंपियन और दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने एक बार फिर पहला गेम गंवाने के बाद जोरदार वापसी करते हुए चीन के हुआंग युशियांग को हराकर शनिवार को यहां इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष एकल फाइनल में जगह बनाई।तीसरे वरीय श्रीकांत ने दुनिया के 30वें नंबर के खिलाफ युशियांग को एक घंटा और चार मिनट में हराकर दूसरी बार इंडिया ओपन के फाइनल में जगह बनाई।श्रीकांत का सामना फाइनल में दुनिया के 55वें नंबर के खिलाड़ी पारूपल्ली कश्यप और पूर्व विश्व चैंपियन और नंबर एक डेनमार्क के दूसरे वरीय विक्टर एक्सेलसेन के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा।श्रीकांत कल होने वाला फाइनल जीतकर 17 महीने के खिताबी सूखे को खत्म करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने पिछली बार सुपर सीरीज स्तर के टूर्नामेंट में अक्टूबर 2017 में जगह बनाई थी और तब फ्रेंच ओपन का खिताब जीतने में सफल रहे थे।
King Kidambi rules! 👑👏@srikidambi put forth an exquisite display of 🏸 with a balanced mix of deception and power; ousted 🇨🇳's #HuangYuxiang after going down in the first game 16-21, 21-14, 21-19 and progress to Grand Finale of the #YonexSunriseIndiaOpen2019 #IndiaontheRise pic.twitter.com/1JasiV5NYS
— BAI Media (@BAI_Media) March 30, 2019
श्रीकांत ने मैच के बाद स्वीकार किया कि उन्होंने काफी गलतियां की। उन्होंने कहा, मैंने मैच में काफी गलतियां की। तीसरे गेम में भी मैं आगे था लेकिन मैंने उसे आगे आने का मौका दिया। मुझे खुशी है कि जीत दर्ज करने में सफल रहा। अब पूरा ध्यान कल होने वाले फाइनल पर है।वर्ष 2015 के चैंपियन श्रीकांत और युशियांग के बीच शुरू से ही प्रत्येक अंक के लिए संघर्ष देखने को मिला। दोनों के ही स्मैश और ड्राप शाट दमदार थे जिससे अंक के लिए विरोधी खिलाड़ी की गलतियों पर निर्भर करना पड़ा। श्रीकांत ने शुरुआत में अधिक गलतियां की जिसका युशियांग ने पूरा फायदा उठाया। श्रीकांत हालांकि लगातार अंक जुटाते रहे और पहले गेम में ब्रेक तक 11-10 से आगे थे। श्रीकांत ने इसके बाद तीन शाट नेट पर मारे जबकि एक शाट बाहर खेला जिससे युशियांग 14-12 की बढ़त बनाने में सफल रहे। भारतीय खिलाड़ी ने 14-14 पर बराबरी हासिल की लेकिन युशियांग ने लगातार छह अंक के साथ छह गेम प्वाइंट हासिल किए। श्रीकांत ने दो गेम प्वाइंट बचाए लेकिन इसके बाद शाट बाहर मारकर पहला गेम 21-16 से युशियांग की झोली में डाल दिया।
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दूसरे गेम में श्रीकांत ने बेहतर शुरुआत की। उन्होंने बेहतर स्मैश और क्रास कोर्ट रिटर्न मारे। इस तीसरे वरीय खिलाड़ी ने 5-4 के स्कोर पर लगातार छह अंक के साथ 11-4 की मजबूत बढ़त बनाई। उन्होंने इस बढ़त को 15-7 तक पहुंचाया जिसके बाद उन्हें गेम जीतने में अधिक परेशानी नहीं हुई।तीसरे और निर्णायक गेम में भी श्रीकांत हावी रहे। उन्होंने अच्छी शुरुआत करते हुए 6-3 की बढ़त बनाई लेकिन युशियांग ने वापसी करते हुए 8-7 की बढ़त बना ली। श्रीकांत हालांकि ब्रेक तक 11-10 की मामूली बढ़त बनाने में सफल रहे। युशियांग ने ब्रेक के बाद बेहतर खेल दिखाया और अगले छह में से पांच अंक जीतकर 15-12 की बढ़त बना ली। श्रीकांत हालांकि 16-18 के स्कोर पर लगातार चार अंक के साथ दो मैच प्वांट हासिल करने में सफल रहे। युशियांग ने एक मैच प्वाइंट बचाया लेकिन इसके बाद नेट पर शाट खेल गए जिससे श्रीकांत दूसरी बार इंडिया ओपन के फाइनल में पहुंचे।
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