अगले दौर के मुकाबले में हांगकांग की डेंग जाय शुआन से भिड़ेंगी सिंधू
ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के पहले दौर में शिकस्त झेलने वाली सिंधू ने कहा कि उन्होंने इस टूर्नामेंट के बाद अपने खेल पर काफी काम किया।उन्होंने कहा, आल इंग्लैंड के बाद कुछ गलतियां थी जिसमें मुझे सुधार करना था।
नयी दिल्ली।दिग्गज भारतीय और दुनिया की छठे की नंबर की खिलाड़ी पीवी सिंधू ने इंडिया ओपन महिला एकल में आसान जीत के बाद कहा कि उनकी नजरें अब अगले दौर के मुकाबले पर टिकी हैं जिसमें वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहती हैं।दूसरी वरीय सिंधू ने पहले दौर के एकतरफा मुकाबले में हमवतन भारतीय मुग्धा अग्रे को सिर्फ 23 मिनट में 21-8 21-13 से हराया। वह अगले दौर में हांगकांग की डेंग जाय शुआन से भिड़ेंगी जिन्होंने इंडोनेशिया की लेनी एलेसांद्रा मेनकाय को सीधे गेम में 21-12 21-13 से बाहर किया।सिंधू ने मैच के बाद कहा, यह काफी अच्छा मैच रहा। मेरे लिए यह तुलनात्मक रूप से आसान रहा। समय आ गया है कि मैं अगले मैच पर ध्यान दूं और उम्मीद करती हूं कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी।
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ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के पहले दौर में शिकस्त झेलने वाली सिंधू ने कहा कि उन्होंने इस टूर्नामेंट के बाद अपने खेल पर काफी काम किया।उन्होंने कहा, आल इंग्लैंड के बाद कुछ गलतियां थी जिसमें मुझे सुधार करना था। मैंने मानसिक और शारीरिक रूप से इन पर काम किया। मैंने अपने शाट पर भी काम किया क्योंकि यह सीखने की प्रक्रिया है और आपको रोज कुछ नया सीखना होता है।किदांबी श्रीकांत और एचएस प्रणय जैसे भारतीय खिलाड़ियों ने कोर्ट पर ड्रिफ्ट की शिकायत की लेकिन सिंधू ने कहा कि यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा, ड्रिफ्ट हमेशा होता है। इसमें शिकायत करने वाली कोई बात नहीं है। मुझे लगता है कि अगर यह आपके लिए है तो विरोधी खिलाड़ी के लिए भी है। मैं शिकायत नहीं रह रही लेकिन कई बार ड्रिफ्ट अधिक होता है और आपको इससे सामंजस्य बैठाना होता है।
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पिछले साल तक इंडिया ओपन की मेजबानी कर रहे सिरी फोर्ट स्टेडियम की तुलना यहां इंदिरा गांधी स्टेडियम के केडी जाधव इंडोर हाल से करते हुए साइना ने कहा, हां, यह थोड़ा अलग है। यह काफी बड़ा स्टेडियम है। पिछले साल तक हम सिरी फोर्ट में खेल रहे थेलेकिन अब यहां के कोर्ट से सामंजस्य बैठाना होगा। इसमें दिक्कत नहीं होनी चाहिए क्योंकि हम दुनिया भर के कोर्ट में खेलते हैं और हर जगह सामंजस्य बैठाना होता है। हर जगह हालात अलग होते हैं और इसमें कोई समस्या नहीं है।सिंधू ने क्वालीफायर रिया मुखर्जी की तारीफ की जिन्होंने थाईलैंड की फितायापोर्न चाइवान को सीधे गेम में 21-17 21-15 से शिकस्त दी। उन्होंने कहा, वह अच्छा कर रही है। वह चकमा देकर खेलने वाली खिलाड़ी है और खेल पर कड़ी मेहनत कर रही है। मैं राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेलते हुई काफी युवा खिलाड़ियों को देखा है जिनमें काफी प्रतिभा है। इंडिया ओपन में खेलना उनके लिए अच्छा अनुभव है और इससे उन्हें बेहतर रैंकिंग वाले खिलाड़ियों से काफी कुछ सीखने को मिलेगा।
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दूसरी तरफ पुरुष एकल में दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी और तीसरे वरीय श्रीकांत को हांगकांग के वोंग विंग की विन्सेंट को 56 मिनट में 21-16 18-21 21-19 से हराने के लिए काफी जूझना पड़ा। वह तीसरे और निर्णायक गेम में एक समय 11-17 से पीछे चल रहे थे लेकिन इसके बाद वापसी करते हुए जीत दर्ज करने में सफल रहे।श्रीकांत ने मैच के बाद कहा, यह काफी करीबी मुकाबला था। मैंने अच्छी शुरुआत की लेकिन इसे बरकरार नहीं रख पाया। वह दूसरे और तीसरे गेम में काफी अच्छा खेला मुझे खुशी है कि अंत में मैं मैच जीतने में सफल रहे। उन्होंने कहा, एशियाई खेलों के बाद मैं छठी या सातवीं बार उसके साथ खेल रहा हूं। ऐसा लग रहा है कि प्रत्येक टूर्नामेंट में हमारा सामना हो रहा है। वह कड़ा प्रतिद्वंद्वी है लेकिन मैं कुल मिलाकर अपने प्रदर्शन से खुश हूं।
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