P.V सिंधु ने इंडिया ओपन सेमीफाइनल में मिया ब्लिचफेल्ट को हराया

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सिंधू ने ब्लिकफेल्ट के खिलाफ जीत दर्ज करने के बाद कहा, मुझे पता है कि मुझे इस मैच को काफी पहले खत्म कर देना चाहिए था। मैं बढ़त बनाने के बाद उसे बराबरी हासिल करने का मौका दे रही थी। पहले गेम में भी मैं 20-16 से आगे थी लेकिन 19 अंक पर ही जीत दर्ज कर पाई।

नयी दिल्ली।भारत की शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू को शुक्रवार को यहां इंडिया ओपन के महिला एकल में डेनमार्क की आठवीं वरीय मिया ब्लिकफेल्ट के खिलाफ जीत के दौरान काफी पसीना बहाना पड़ा जिसके बाद उन्होंने कहा कि वह इस मैच में अपना शत प्रतिशत नहीं दे पाईं।दूसरी वरीय और दुनिया की छठे नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने क्वार्टर फाइनल में 44 मिनट में डेनमार्क की दुनिया की 22वें नंबर की खिलाड़ी आठ आठवीं वरीय मिया ब्लिकफेल्ट को 21-19 22-20 से हराया।फाइनल में जगह बनाने के लिए सिंधू की भिड़ंत तीसरी वरीय चीन की ही बिंग जियाओ से होगी।

सिंधू ने ब्लिकफेल्ट के खिलाफ जीत दर्ज करने के बाद कहा, मुझे पता है कि मुझे इस मैच को काफी पहले खत्म कर देना चाहिए था। मैं बढ़त बनाने के बाद उसे बराबरी हासिल करने का मौका दे रही थी। पहले गेम में भी मैं 20-16 से आगे थी लेकिन 19 अंक पर ही जीत दर्ज कर पाई।उन्होंने कहा, दूसरे गेम में भी मैंने अच्छी बढ़त बना रखी थी लेकिन फिर सहज होने के कारण उसे बराबरी हासिल करने दी। कुल मिलाकर मैच काफी अच्छा रहा। मैंने हालांकि काफी गलतियां की। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाई लेकिन जीत दर्ज करना महत्वपूर्ण है।ही बिंगजाओ के खिलाफ सिंधू ने 13 में से आठ मैच गंवाए हैं और उन्होंने कहा कि चीन की इस खिलाड़ी के खिलाफ धैर्य के साथ खेलना महत्वपूर्ण होगा।उन्होंने कहा, वह काफी तेज है। मैंने उसके खिलाफ काफी खेला है और उसके खिलाफ जीत दर्ज करने के लिए धैर्य के साथ खेलना जरूरी होगा।

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पुरुष एकल में दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने बेहतरीन फार्म में चल रहे हमवतन बी साई प्रणीत को एक घंटा और दो मिनट में 21-23 21-11 21-19 से हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। सेमीफाइनल में श्रीकांत का सामना चीन के हुआंग युशियांग से होगा।कश्यप ने प्रणीत के खिलाफ मैच के बाद कहा, जब आप अपने साथ ट्रेनिंग करने वाली खिलाड़ी के साथ खेलते हो तो मुकाबला हमेशा करीबी होता है क्योंकि दोनों एक दूसरे की कमजोरियों और मजबूत पक्षों से वाकिफ होते हैं। भाग्य ने भी उसका साथ दिया लेकिन अंत में मैं महत्वपूर्ण अंक जीतने में सफल रहा।उन्होंने कहा, पहला गेम गंवाने के बाद मैं दूसरे गेम में 1-7 से पीछे था लेकिन इसके बाद लगातार आठ अंक के साथ बढ़त हासिल करने में सफल रहा। इससे आत्मविश्वास आया और यह मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ।

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दुनिया के 55वें नंबर के खिलाड़ी पारूपल्ली कश्यप को हालांकि चीनी ताइपे के वैंग जू वेई पर सीधे गेम में 21-16 21-11 की जीत के दौरान अधिक पसीना नहीं बहाना पड़ा।कश्यप ने 2015 में इंडोनेशिया ओपन के बाद सुपर सीरीज स्तर के किसी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई है। वह सेमीफाइनल में दुनिया के पूर्व नंबर एक और पूर्व विश्व चैंपियन विक्टर एक्सेलसन से भिड़ेंगे

उन्होंने कहा, मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं और इस बारे में नहीं सोच रहा कि कल मुझे सेमीफाइनल में खेलना है। मैं सिर्फ अपने मौजूदा प्रदर्शन को बरकार रखना चाहता हूं।अब तक मेरा प्रदर्शन अच्छा रहा है। मुझे ड्रा भी अच्छा मिला। मैं काफी अच्छा खेल रहा हूं और अपने खेल का लुत्फ उठा रहा हूं।जू वेई के खिलाफ मैच के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘यह काफी थकाने वाला मैच नहीं रहा। पहले दौर का मुकाबला काफी कड़ा था लेकिन अगले दो दौर में मुकाबले उतने कड़े नहीं थे। वैंग जू और मैं दोनों काफी तेज खेलते हैं लेकिन मैंने थोड़ा अधिक आक्रामक रवैया अपनाया जिसका फायदा मिला।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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