भाला फेंक मे अपना रिकॉर्ड तोड़ने के बावजूद ओलंपिक क्वालिफिकेशन से चूकी अनु रानी
अनु रानी ने भाला फेंक मे अपना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया है।तोक्यो ओलंपिक का महिला भाला फेंक स्पर्धा में क्वालीफिकेशन स्तर 64 मीटर है। एशियाई खेल 2014 में कांस्य और एशियाई चैंपियनशिप 2019 में रजत पदक जीतने वाली अनु राष्ट्रीय स्पर्धा में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रही थी।
पटियाला। अनु रानी ने सोमवार को यहां फेडरेशन कप सीनियर राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप के पहले दिन भाला फेंक में अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार किया लेकिन इसके बावजूद तोक्यो ओलंपिक क्वालीफिकेशन स्तर हासिल नहीं कर पाई। अनु ओलंपिक क्वालीफिकेशन स्तर से आधा मीटर से अधिक से पीछे रही। अनु ने तीसरे प्रयास में 63.24 मीटर की सर्वश्रेष्ठ दूरी के साथ स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 62.43 मीटर के अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार किया जो उन्होंने 2019 में दोहा में विश्व चैंपियनशिप के दौरान बनाया था। तोक्यो ओलंपिक का महिला भाला फेंक स्पर्धा में क्वालीफिकेशन स्तर 64 मीटर है। एशियाई खेल 2014 में कांस्य और एशियाई चैंपियनशिप 2019 में रजत पदक जीतने वाली अनु राष्ट्रीय स्पर्धा में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रही थी।
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राजस्थान की संजना चौधरी 54.55 मीटर के प्रयास के साथ दूसरे जबकि हरियाणा की कुमारी शर्मिला 50.78 मीटर के प्रयास के साथ आठ खिलाड़ियों में तीसरे स्थान पर रही। उत्तर प्रदेश ने पहले दिन चार में से तीन स्वर्ण पदक जीते। 21 साल की सविता पाल ने 10000 मीटर दौड़ में पदार्पण करते हुए महाराष्ट्र की संजीवनी जाधव को पछाड़कर स्वर्ण पदक जीता। गोला फेंक की किरण बालियान ने 16.45 मीटर के प्रयास के साथ उत्तर प्रदेश को तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया। एक अन्य स्वर्ण पदक पोल वॉल्ट स्पर्धा में तमिलनाडु की रोजी पॉलराज ने 3.80 मीटर के प्रयास के साथ जीता। दिन का आकर्षण हालांकि तमिलनाडु की एस धनलक्ष्मी रही जिन्होंने महिला 100 मीटर सेमीफाइनल में ओडिशा की दुती चंद को पछाड़ा। धनलक्ष्मी ने 11.63 सेकेंड का समय लिया। दुती ने 11.51 सेकेंड का समय लिया।
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