MP में कांग्रेस का आंतरिक सर्वे पार्टी की हार दर्शा रहा है और राहुल जीत की भविष्यवाणी कर रहे हैं!
कांग्रेस ने नया वर्ष प्रारंभ होते ही प्रत्याशियों के चयन पर काम शुरू करने की बात कही है। माना जा रहा है कि सबसे पहले मौजूदा 96 विधायकों में से जीत की संभावना वाले लोगों को दुबारा उम्मीदवार बनाना है या नहीं, इस पर विचार किया जाएगा।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एलान किया है कि इस साल के अंत में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एकतरफा जीत हासिल करेगी। देखा जाए तो राहुल गांधी का यह बयान अतिशयोक्ति नजर आ रहा है क्योंकि कांग्रेस ने जो हाल ही में सर्वे कराया है वह तो कुछ और ही कह रहा है।
कांग्रेस ने नया वर्ष प्रारंभ होते ही प्रत्याशियों के चयन पर काम शुरू करने की बात कही है। माना जा रहा है कि सबसे पहले मौजूदा 96 विधायकों में से जीत की संभावना वाले लोगों को दुबारा उम्मीदवार बनाना है या नहीं, इस पर विचार किया जाएगा।
इस प्रकार की रिपोर्ट्स हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ द्वारा कराए गए हालिया सर्वे में लगभग 70 विधायकों की जीत की संभावना जताई गई है। माना जा रहा है कि जिन विधायकों की जीत की संभावना है उनके नाम की घोषणा जनवरी-फरवरी में ही कर दी जायेगी।
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कमलनाथ की ओर से कराए गए सर्वे में 26 विधायकों की स्थिति जीत के अनुकूल नहीं मिली है। इसलिए माना जा रहा है कि इन सीटों पर पार्टी नए चेहरों की तलाश शुरू कर चुकी है।
सूत्रों के अनुसार, मध्य प्रदेश कांग्रेस की रणनीति है कि वह जून महीने तक सभी सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दे। हाल ही में जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में थी तब यह तय किया गया था कि विधानसभा क्षेत्र में आम सहमति बनने पर ही प्रत्याशी तय किया जाएगा ना कि केंद्रीय स्तर से नाम थोपा जाएगा।
हम आपको यह भी बता दें कि कमल नाथ कांग्रेस की जमीनी स्थिति जानने के लिए समय-समय पर सर्वे का सहारा लेते रहे हैं। हालिया सर्वे के तहत तीन बातों पर गौर किया गया। इनमें विधायक के कामकाज के प्रति जनता की राय, विधायक के दुबारा उम्मीदवार बनने की स्थिति में लोगों की राय और शिवराज सरकार के प्रति जनता की राय।
बहरहाल, मध्य प्रदेश में चुनावी सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है, देखना होगा कि क्या जनता एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान को अवसर देती है या कमलनाथ को मौका मिलता है। लेकिन मध्य प्रदेश के वर्तमान सियासी समीकरणों को देखते हुए अभी से लिख कर जीत की गारंटी देना हास्यास्पद है।
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