लगातार दूसरी बार ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले भारतीय नाविक बने Vishnu Saravanan

Vishnu Saravanan
प्रतिरूप फोटो
vishnu.saravanan
Anoop Prajapati । Jul 2 2024 6:01PM

प्रतिभाशाली नाविक विष्णु सरवनन ने लगातार दूसरी बार ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के साथ ही इतिहास रच दिया है। ​​मुंबई स्थित आर्मी यॉटिंग नोड के 24 वर्षीय खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया में ILCA-7 विश्व चैंपियनशिप में 152 प्रतिभागियों में से 26वां स्थान हासिल करके आगामी पेरिस खेलों के लिए क्वालीफिकेशन हासिल किया।

भारत के प्रतिभाशाली नाविक विष्णु सरवनन ने लगातार दूसरी बार ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के साथ ही इतिहास रच दिया है। विश्व चैंपियनशिप में पेरिस खेलों के लिए कट बनाने के बाद उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की। विश्व चैंपियनशिप स्थित आर्मी यॉटिंग नोड के 24 वर्षीय खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया में ILCA-7 विश्व चैंपियनशिप में 152 प्रतिभागियों में से 26वां स्थान हासिल करके आगामी पेरिस खेलों के लिए क्वालीफिकेशन हासिल किया। विष्णु ने प्रतियोगिता 174 के स्कोर के साथ समाप्त की और मानक नियम के अनुसार, एक दौड़ में उनका सबसे कम स्कोर 49 घटा दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप उनका शुद्ध स्कोर 125 रहा। उनकी कई अन्य उपलब्धियों में से विष्णु 2019 अंडर-21 विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता हैं।

24 फरवरी, 1999 को तमिलनाडु के वेल्लोर शहर में जन्मे, विष्णु सरवनन कम उम्र में ही नौकायन से रूबरू हो गए थे। उनके सेवानिवृत्त सैनिक पिता रामचंद्रन सरवनन ने उन्हें इस खेल से परिचित कराया था, जो एक पूर्व नाविक थे और इस खेल को पेशेवर रूप से आगे बढ़ाने में असमर्थ थे। हालांकि, उन्होंने अपने दोनों बच्चों विष्णु और राम्या में कुछ हुनर देखा और उनको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। विष्णु ने नौ साल की उम्र में आर्मी यॉटिंग नोड, मुंबई में अपने पिता के मार्गदर्शन में नौकायन सीखा। जब विष्णु 17 वर्ष के थे, तब उन्हें 2015 में मद्रास इंजीनियर्स ग्रुप (एमईजी) ब्वॉयज़ स्पोर्ट्स कंपनी द्वारा एक कैडेट के रूप में चुना गया था। काफी कम उम्र ही विष्णु की प्रतिभा सभी के सामने आ गई थी। 

विष्णु सरवनन ने जूनियर राष्ट्रीय स्पर्धाओं में कई पदक जीतने शुरू कर दिए। वह 2016 में युवा राष्ट्रीय चैंपियन बने। उस वर्ष, उन्होंने हांगकांग सीरीज़ में रजत भी जीता और फिर अगले वर्ष नायब सूबेदार के रूप में भारतीय सेना में भर्ती हो गए। भारतीय सेना युवा खिलाड़ी के करियर को समर्थन देने में सहायक साबित हुई। विष्णु सरवनन ने 2018 में अपनी पहली सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती। तब तक, वह मोल्दोवा के ओलंपियन एलेक्जेंडर डेनिसियुक से सेल कोच अकादमी में प्रशिक्षण के लिए माल्टा चले गए। प्रशिक्षण और कड़ी मेहनत का जल्द ही फल मिला और विष्णु ने 2019 में क्रोएशिया में लेज़र अंडर-21 विश्व चैंपियनशिप में भाग लिया और कांस्य पदक जीता। इसने उन्हें मार्च 2020 में अबू धाबी में ओलंपिक क्वालीफायर के लिए तैयार किया। 

हालांकि, इसके बाद कोविड-19 महामारी आ गई। युवा नाविक ने आयरलैंड के ट्रेवर मिलर के साथ अपनी मानसिक कंडीशनिंग पर काम करने में समय का उपयोग किया, जिन्होंने माल्टा में सेल कोच अकादमी की स्थापना की, जहां उस समय विष्णु ने प्रशिक्षण लिया था। इसने विष्णु को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में वापसी के लिए तैयार किया और इसका फायदा उन्हें तब मिला जब मुसानाह ओपन चैंपियनशिप 2021 को एशियाई ओलंपिक नौकायन क्वालीफायर के रूप में घोषित किया गया। भारतीय नाविक ने अंतिम पदक दौड़ में सिंगापुर के रयान लो जून हान को पीछे छोड़ते हुए रजत पदक जीता। दूसरे स्थान पर रहने से यह भी सुनिश्चित हो गया कि उन्होंने ओमान प्रतियोगिता में टोक्यो ओलंपिक के लिए दूसरा एशियाई टिकट हासिल कर लिया है। 

पदक की दौड़ शुरू होने से पहले, विष्णु स्टैंडिंग में तीसरे स्थान पर थे। टोक्यो 2020 में अपने पहले ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करते हुए, सरवनन फील्ड ऑफ 35 में 20वें स्थान पर रहे। वह रिपब्लिक ऑफ कोरिया के जीमिन हा के बाद प्रतियोगिता में दूसरे सर्वश्रेष्ठ एशियाई एथलीट थे। 2022 में, अबू धाबी में एशियाई सेलिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के बाद विष्णु सरवनन ILCA7 कैटेगरी में महाद्वीपीय चैंपियन बने। 

एक साल बाद विष्णु ने चाइना के हांगझोऊ में 2023 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतकर अपने नाम एक और उपलब्धि जोड़ ली। थाईलैंड में आयोजित 2023 एशियाई सेलिंग चैंपियनशिप में चौथे स्थान पर रहने के बाद विष्णु पदक और पेरिस 2024 कोटा से चूक गए, लेकिन तमिलनाडु के नाविक को अपने देश के लिए बहुप्रतीक्षित कोटा हासिल करने में ज़्यादा समय नहीं लगा। ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में ILCA 7 पुरुष विश्व चैंपियनशिप 2024 में विष्णु सरवनन फील्ड ऑफ 152 में 26वें स्थान पर रहे। इस प्रदर्शन की बदौलत वह पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए कोटा हासिल करने वाले सात नाविकों में पांचवें स्थान पर रहे और इस तरह से पेरिस ग्रीष्मकालीन खेलों में भारत की भागीदारी पर मुहर लग गई।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़