Delhi में आयोजित कार्यक्रम में ड्रोन उद्योग ने स्वदेशीकरण के लिए अनुकूल नीतियों, प्रोत्साहनों की मांग उठाई

Drone industry
प्रतिरूप फोटो
ANI

राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित ‘ड्रोन इंटरनेशनल एक्सपो-2024’ के दौरान आयोजित सम्मेलन में शामिल उद्योग विशेषज्ञों ने ड्रोन उत्पादन के पूर्ण स्वदेशीकरण के लिए भारत में मजबूत कलपुर्जा विनिर्माण का समर्थन करने वाले बेहतर प्रोत्साहन और अधिक अनुकूल नीतियों की मांग की। अगले चार साल तक राजस्व में सालाना 5.96 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है।

नयी दिल्ली । ड्रोन उद्योग ने इस क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए देश के भीतर अधिक अनुकूल नीतियों, प्रोत्साहनों और संबंधित कलपुर्जों कों का एक परिवेश बनाने की बृहस्पतिवार को मांग रखी। वैश्विक डेटा एवं कारोबार आसूचना मंच स्टैटिस्टा के मुताबिक, भारतीय ड्रोन बाजार का 2024 में राजस्व 2.7 करोड़ डॉलर रहने का अनुमान है। अगले चार साल तक राजस्व में सालाना 5.96 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है। राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित ‘ड्रोन इंटरनेशनल एक्सपो-2024’ के दौरान आयोजित सम्मेलन में शामिल उद्योग विशेषज्ञों ने ड्रोन उत्पादन के पूर्ण स्वदेशीकरण के लिए भारत में मजबूत कलपुर्जा विनिर्माण का समर्थन करने वाले बेहतर प्रोत्साहन और अधिक अनुकूल नीतियों की मांग की। 

आयोजक नेक्सजेन एक्जिबिशन ने बयान में कहा, ‘‘बृहस्पतिवार से शुरू हुई इस दो-दिन की प्रदर्शनी में अमेरिका, ब्रिटेन, इजराइल, पोलैंड, क्रोएशिया, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), जर्मनी, कनाडा, सिंगापुर, ब्राजील, हांगकांग और ताइवान सहित 25 से अधिक देशों के नवीनतम नवाचारों का प्रदर्शन किया जा रहा है।’’ ड्रोन विनिर्माता इन्फिनिटी आर्सेनल प्राइवेट लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक एम. सुंदरराज ने कहा, ‘‘उद्योग के स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए एक प्रमुख क्षेत्र भारत में घरेलू कलपुर्जा और प्रौद्योगिकी विनिर्माण के लिए अनुकूल माहौल बनाकर इसका समर्थन करना है। हमें फ्लाइट कंट्रोलर, मोटर, बैटरी और विभिन्न अन्य घटकों के शोध एवं विकास में अधिक निवेश की जरूरत है।’’’ 

दक्ष ड्रोन के उपाध्यक्ष जी रवि चंद ने कहा कि प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित करना महत्वपूर्ण है और सरकार को ड्रोन क्षेत्र में अधिक इनक्यूबेशन एवं प्रौद्योगिकी केंद्र बनाने चाहिए। ड्रोन संचालन का कौशल भारतीय बाजार में आसानी से उपलब्ध नहीं है और इस क्षेत्र में हमें अधिक विशेषज्ञों की जरूरत है। आइडियाफोर्ज के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इसके लिए बहुत उच्च कौशल की जरूरत होती है, जहां लोग जटिल ड्रोन उड़ा रहे हैं। मुझे लगता है कि सरकार को इस क्षेत्र को पायलटों के लिए अधिक आकर्षक बनाने पर विचार करना चाहिए, जो इस उद्योग में आना चाहते हैं।’’ इस प्रदर्शनी में 200 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय ड्रोन विनिर्माता अपने उत्पाद का प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ अंतरराष्ट्रीय पुलिस एक्सपो का भी आयोजन किया जा रहा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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