योगी ने संक्रमण के संदिग्ध लक्षणों वाले लोगों के नमूनों की जांच कराने के निर्देश दिए
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Jul 11 2020 2:59PM
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर, झांसी और मथुरा में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि झांसी जिले में विशेष सचिव स्तर के नोडल अधिकारी तथा स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी संक्रमण को नियंत्रित करने की प्रभावी रणनीति तैयार करें।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए घर-घर जा कर लोगों की जांच करने और संदिग्ध लक्षणों वाले लोगों के नमूनों की जांच कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव ही इस रोग का उपचार है, इसलिए मास्क लगाना तथा सामाजिक दूरी का पालन अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने लोगों को कोविड-19 के बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरुक किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम, पोस्टर-बैनर के साथ-साथ प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का सहयोग लिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर, झांसी और मथुरा में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि झांसी जिले में विशेष सचिव स्तर के नोडल अधिकारी तथा स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी संक्रमण को नियंत्रित करने की प्रभावी रणनीति तैयार करें। उन्होंने कहा कि संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए ट्रेन व हवाई जहाज से आने वाले यात्रियों की चिकित्सकीय जांच की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।Lucknow: Chief Minister Yogi Adityanath today held a meeting with the officers of 'COVID-19 management team-11'. pic.twitter.com/DT8v3jFHax
— ANI UP (@ANINewsUP) July 11, 2020
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स्वच्छता को जीवन का अनिवार्य अंग बनाने पर बल देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि साफ-सफाई अनेक बीमारियों से लोगों सुरक्षित रखती है। स्वच्छता के कार्यों में जनसहभागिता की बड़ी भूमिका है। उन्होंने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में सेनेटाइजेशन, फॉगिंग एवं स्वच्छता की प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्रीने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी जलभराव न हो। शुद्ध पेयजल हेतु पाइप पेयजल योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। पीने के पानी में क्लोरीन की टैबलेट आदि का उपयोग किया जाए। ग्राम पंचायतों में तेजी से सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया जाए।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
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