तालिबान से बातचीत करने वाली मोदी सरकार किसानों से बात क्यों नहीं कर सकती: कांग्रेस
किसान अपनी फसल और अगली नस्ल बचाना चाहता है, लेकिन मोदी जी अपने वित्तपोषक कारोबारियों की तिजोरी भरना चाहते हैं। यह लड़ाई देश बचाने की है ताकि मोदी सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह देश को गुलाम नहीं बना सके।
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उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘केंद्र और हरियणा की भाजपा सरकारें 10 महीने से गांधीवादी तरीके से आंदोलनरत किसानों को जानबूझकर भड़काने, भिड़वाने और लड़वाने की साजिश कर रही हैं। ये साजिश केवल यहीं तक सीमित नहीं है, बल्कि जवानों और किसानों को लड़वाने की भी साजिश है। करनाल में हजारों किसानों पर पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया गया, लेकिन किसानों ने अपना संयम नहीं खोया।’’ सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल किया, ‘‘मोदी जी, आप दोहा (कतर) में तालिबान से बात कर सकते हैं, तो फिर आप दिल्ली की सीमा पर 10 महीने से बैठे अन्नदाताओं से बात क्यों नहीं कर सकते? ये सत्ता का अहंकार किसलिए है?’’
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उन्होंने दावा किया, ‘‘किसान अपनी फसल और अगली नस्ल बचाना चाहता है, लेकिन मोदी जी अपने वित्तपोषक कारोबारियों की तिजोरी भरना चाहते हैं। यह लड़ाई देश बचाने की है ताकि मोदी सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह देश को गुलाम नहीं बना सके।’’ कांग्रेस महासचिव ने आग्रह किया, ‘‘नरेंद्र मोदी जी, सब कार्य बंद करके देश के किसानों को बातचीत के लिए बुलाएं। खुद बात करें और तीनों काले कानून आज रात ही खत्म करने की घोषणा करें।
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