ऊर्जा-क्षेत्र के उपभोक्ताओं की अतिरिक्त मांग को पूरा करने WCL ने बनाई महत्वकांक्षी योजना
उल्लेखनीय है कि 2019-20 के दौरान वेकोलि ने 57.6 मिलियन टन कोयला- उत्पादन और 52.5 मिलियन टन डिस्पैच किया था.2020-21 के प्रारम्भ में 14 मिलियन टन कोयला- स्टॉक तथा इस वर्ष 62 मिलियन टन उत्पादन- लक्ष्य के साथ, कम्पनी के पास 75 मिलियन टन से अधिक कोयला उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध होगा।
नागपुर। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की अनुषंगी कम्पनी वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) ने ऊर्जा- क्षेत्र के उपभोक्ताओं की अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए रेल-मार्ग से कोयला-प्रेषण को लगभग दोगुना करने की महत्वाकांक्षी योजना बनायी है। कम्पनी "मिशन 100 डेज" कार्यक्रम के तहत जनवरी,2021 से ,रेलवे के सहयोग से प्रतिदिन सर्वाधिक 50 रेक कोयला-प्रेषण की तैयारी कर रही है। हाल ही में, वेकोलि ने मध्य,पश्चिम और दक्षिण भारत के ऊर्जा-उपभोक्ताओं को लैंडेड सस्ती दर पर अतिरिक्त कोयला ऑफर किया था। महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश की विद्युत कम्पनियों, एनटीपीसी तथा स्वतंत्र बिजली-उत्पादकों से हुई बातचीत के बाद सीआईएल की अन्य कम्पनियों तथा एससीसीएल से अदला-बदली के फलस्वरूप, वेकोलि को करीब 25 मिलियन टन कोयले की अतिरिक्त मांग बढ़ने की आशा है। कोयले की मांग में अपेक्षित वृद्धि को देखते हुए, आगामी जनवरी से रेल-मार्ग से प्रतिदिन 50 रेक कोयला-प्रेषण के लिए वेकोलि ने अतिरिक्त कोल क्रशिंग,ट्रांसपोर्टिंग तथा लोडिंग सुविधा हेतु अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह सब 05 सितम्बर से 15 दिसम्बर, 2020 के दौरान 'मिशन 100 डेज' के अंतर्गत किया जा रहा है। इससे वर्ष के दौरान औसत लोडिंग प्रतिदिन 40 रेक तथा अधिकतम 50 रेक होगी। 2019-20 में इसका औसत 23 और अधिकतम 29 रेक प्रतिदिन था। कोयले की मांग में कमी के कारण इस वर्ष अभी तक यह औसत 19 रेक प्रतिदिन है।
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वेकोलि करीब 90 % कोयला मध्य रेलवे (CR) तथा शेष दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) तथा दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) के माध्यम से प्रेषित करता है। प्रस्तावित 50 रेक में से 43-44 रेक मध्य रेलवे, 4-5 एसईसीआर तथा 2 रेक एससीआर के माध्यम से प्रेषित किया जा सकेगा। मध्य रेलवे के अधिकारियों के साथ हुई बातचीत में साइडिंग के अधिकतम उपयोग, रेलवे के गुड्स शेड का इस्तेमाल, पर्याप्त रेक की उपलब्धता और टाइमली लोडिंग आदि बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी। रेल-कोल सहयोग के तहत मध्य रेलवे ने दोगुना रेक- डिस्पैच अभियान की इस कोशिश में वेकोलि को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। कम्पनी ने अपने सभी क्षेत्रीय महाप्रबन्धकों, सम्बंधित विभागाध्यक्षों को अगले 100 दिनों में कोयले की अतिरिक्त क्रशिंग, ट्रांसपोर्टिंग के लिए निविदा-प्रक्रिया पूरी करने सहित वेब्रिजेज तथा कोल-स्टॉक और साइडिंग के बीच की सडकों को तुरत ठीक करने का निर्देश दिया है।
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उल्लेखनीय है कि 2019-20 के दौरान वेकोलि ने 57.6 मिलियन टन कोयला- उत्पादन और 52.5 मिलियन टन डिस्पैच किया था.2020-21 के प्रारम्भ में 14 मिलियन टन कोयला- स्टॉक तथा इस वर्ष 62 मिलियन टन उत्पादन- लक्ष्य के साथ, कम्पनी के पास 75 मिलियन टन से अधिक कोयला उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध होगा। वेकोलि ने 2023-24 तक 75 मिलियन टन और 2026-27 तक 100 मिलियन टन कोयला-उत्पादन का लक्ष्य रखा है। पर्याप्त कोयला- स्टॉक और वर्तमान वित्तीय वर्ष और भविष्य में उत्पादन में वृद्धि को देखते हुए राष्ट्र की ऊर्जा-जरूरतों को पूरा करने के लिए रेलवे-रेक के माध्यम से ज्यादा कोयला -प्रेषण बढ़ाना जरूरी है।
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