Wayanad landslide: अमित शाह बोले- 23 जुलाई को दी गई थी समय पूर्व चेतावनी, केरल सरकार ने क्या किया?

Amit shah
ANI
अंकित सिंह । Jul 31 2024 2:24PM

शाह ने कहा कि जो लोग सरकार की पूर्व चेतावनी प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं उन्हें मैं बताना चाहता हूं कि सरकार ने पूर्व चेतावनी प्रणाली के लिए 2014 के बाद 2000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में जितने भी लोग हताहत हुए हैं और घायल हुए हैं, उन सभी के परिवारजनों के साथ मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।

वायनाड भूस्खलन मारे गए लोगों के प्रति संवेदना जताते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा को बताया कि मैं देश के लिए कुछ स्पष्ट करना चाहता हूं। वे पूर्व चेतावनी की बात करते रहे।' मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि 23 जुलाई को, भारत सरकार ने केरल सरकार को पूर्व चेतावनी दी थी, जो घटना से 7 दिन पहले थी, और फिर 24 और 25 जुलाई को भी पूर्व चेतावनी दी गई थी। 26 जुलाई को चेतावनी दी गई थी कि 20 सेमी से अधिक भारी वर्षा होने की संभावना है और भूस्खलन की भी संभावना है, कीचड़ हो सकता है और इसमें लोगों की जान भी जा सकती है।

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शाह ने कहा कि जो लोग सरकार की पूर्व चेतावनी प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं उन्हें मैं बताना चाहता हूं कि सरकार ने पूर्व चेतावनी प्रणाली के लिए 2014 के बाद 2000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में जितने भी लोग हताहत हुए हैं और घायल हुए हैं, उन सभी के परिवारजनों के साथ मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि इस देश में कई राज्य सरकारें ऐसी हैं, जिन्होंने इस प्रकार की चेतावनी का उपयोग करके शून्य हताहत आपदा प्रबंधन किया है। ओडिशा में जब नवीन बाबू की सरकार थी, तो हमने 7 दिन पहले साइक्लोन का अलर्ट भेजा, सिर्फ एक व्यक्ति की मृत्यु हुई, वो भी गलती से। गुजरात सरकार को हमने 3 दिन पहले साइक्लोन का अलर्ट भेजा, एक पशु भी नहीं मरा।

उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि केरल सरकार ने क्या किया? वहां से लोगों को शिफ्ट क्यों नहीं किया गया, कौन रोक रहा था। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी 2014 में प्रधानमंत्री बने, 2016 से पूर्व चेतावनी प्रणाली का प्रोजेक्ट चालू हुआ और 2023 तक दुनिया का सबसे आधुनिक पूर्व चेतावनी प्रणाली भारत में है। इसमें 7 दिन पहले अनुमान देने वाले दुनिया में 4 ही देश हैं, जिनमें से एक भारत है। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि इस मामले पर टिप्पणी करने से बचूंगा, लेकिन चूंकि भारत सरकार की प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली पर सवाल उठाया गया है, इसलिए मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप हमारी बात सुनें, चिल्लाने से बचें और इसके बजाय, जारी की गई चेतावनियों को पढ़ें।

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उन्होंने बताया कि इस पूर्व चेतावनी प्रणाली के तहत, 23 जुलाई को मेरे निर्देश पर, 9 एनडीआरएफ टीमों को यह देखते हुए केरल भेजा गया कि भूस्खलन हो सकता है... केरल सरकार ने क्या किया? क्या लोगों को शिफ्ट किया गया? और अगर उन्हें स्थानांतरित कर दिया गया तो उनकी मृत्यु कैसे हुई?... प्रारंभिक चेतावनी की परियोजना 2016 में शुरू हुई और 2023 तक, भारत के पास सबसे आधुनिक प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली थी... 7 दिन पहले भविष्यवाणी करने वाले केवल 4 देश हैं और भारत उनमें से एक है। उन्होंने कहा कि ये समय है केरल की जनता और वहां की सरकार के साथ खड़े रहने का। मैं सदन को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि नरेन्द्र मोदी सरकार केरल की जनता और वहां की सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़ी रहेगी।

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