आजीवन अविवाहित रहकर देश सेवा का प्रण जारी, अब Modi कैबिनेट में दो मंत्रालय संभालेंगे Manohar Lal Khattar
हरियाणा जैसे कृषि प्रधान राज्य की कमान संभालने के बाद पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को केंद्र सरकार में दो मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। खट्टर को दुनिया में जारी जलवायु परिवर्तन के दौर में ऊर्जा और शहरी विकास मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण दिए गए हैं। लोकसभा चुनाव में उन्होंने हरियाणा की करनाल सीट से रिकॉर्ड जीत दर्ज की थी।
मोदी सरकार के दो कार्यकाल के दौरान हरियाणा जैसे कृषि प्रधान राज्य की कमान संभालने के बाद पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को केंद्र सरकार में दो अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। खट्टर को दुनिया में जारी जलवायु परिवर्तन के दौर में ऊर्जा और शहरी विकास मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण दिए गए हैं। लोकसभा चुनाव में उन्होंने हरियाणा की करनाल सीट से रिकॉर्ड जीत दर्ज की थी। बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने चुनाव की घोषणा के ऐन पहले मनोहर लाल खट्टर को सीएम पद से हटाकर नायब सिंह सैनी को हरियाणा की सत्ता सौंप दी थी।
मनोहर लाल का जन्म 5 मई, 1954 को ज़िला रोहतक के निंदाणा गांव में एक साधारण किसान परिवार में हुआ। वर्ष 1947 में इनके परिवार ने भारत-पाकिस्तान बंटवारे की त्रासदी को झेला। उस समय इनका परिवार वहां पर अपना सब कुछ छोड़कर ज़िला रोहतक के गांव निंदाणा में आकर बसा। बाद में मनोहर लाल के परिवार ने भरण-पोषण के लिए रोहतक जिले के गांव बनियानी में खेती शुरू की और यहीं पर रहने लगे। मनोहर लाल डॉक्टर बनना चाहते थे, लेकिन उनके पिता चाहते थे कि वे परिवार के अन्य सदस्यों की तरह ही खेती करें। शिक्षा के महत्त्व पर अपने पिता को विश्वास में लेकर रोहतक के नेकीराम शर्मा राजकीय महाविद्यालय में प्रवेश लिया। वे परिवार के एकमात्र पहले ऐसे सदस्य थे, जिन्होंने दसवीं के बाद पढ़ाई की।
मेडिकल कॉलेज की प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए मनोहर लाल ने दिल्ली का रुख किया। यहां से उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन पूरी की। 1977 में उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक के रूप में अपना जीवन शुरू किया। मनोहर लाल ने आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर अपने निजी जीवन को जनसेवा के लिए समर्पित कर दिया। वर्ष 1980 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक बन गए। बतौर प्रचारक 14 वर्ष तक अपनी सेवाएं प्रदान कीं। इसके पश्चात वर्ष 1994 में भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय हुए। हरियाणा में वे पार्टी के संगठन महामंत्री रहे। साल 1996 में मनोहर लाल को हरियाणा में पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ काम करने का मौका मिला। उन्होंने सक्रिय रूप से कार्य करने का अवसर मिला।
साल 2002 में उन्हें जम्मू एवं कश्मीर की भाजपा इकाई चुनाव समिति के प्रभारी का दायित्व सौंपा गया। उस समय मनोहर लाल की अथक मेहनत का ही परिणाम था कि भाजपा को छह में से तीन सीटें हासिल हुईं। वर्ष 2002 में उन्हें जम्मू एवं कश्मीर की भाजपा इकाई चुनाव समिति के प्रभारी का दायित्व सौंपा गया। गुजरात के भुज में आए भूकम्प की तबाही के बाद नरेन्द्र मोदी ने उन्हें कच्छ जिले के चुनाव प्रभारी का दायित्व सौंपा। उस समय अपर्याप्त राहत कार्यों की वजह से लोगों में काफी नाराजगी थी। परन्तु मनोहर लाल की अथक मेहनत रंग लाई और भाजपा को छः में से तीन सीटें हासिल हुईं। उन्होंने पंजाब, हरियाणा और छत्तीसगढ़ राज्यों के चुनावों में भाजपा की सफलता में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वर्ष 2004 में उन्हें दिल्ली और राजस्थान समेत 12 राज्यों का प्रभारी बनाया गया। उस समय उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर संघ के प्रसिद्ध विचारक बाल आप्टे के नेतृत्व में कार्य किया। लोकसभा चुनाव-2014 के दौरान हरियाणा चुनाव अभियान समिति का उन्हें अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनके कुशल चुनाव अभियान की बदौलत हरियाणा में भाजपा ने 10 में से 7 लोकसभा सीटें जीत कर सफलता हासिल की। उन्होंने 13वीं हरियाणा विधानसभा के लिए अक्तूबर, 2014 में हुए चुनाव में करनाल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के रूप में पहली बार चुनाव लड़ा और 63,773 मतों से विजयी हुए। 21 अक्तूबर, 2014 को हरियाणा भाजपा विधायक दल के सर्वसम्मति से नेता चुने गये। उन्होंने 26 अक्तूबर, 2014 को हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। मनोहर लाल हरियाणा के इतिहास में पहले ऐसे नेता हैं, जो पहली बार विधायक बने और मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हुए।
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