Uttarakhand ने हिंसा ग्रस्त हल्द्वानी के लिए अतिरिक्त केंद्रीय बलों की मांग की
मलिक का बगीचा में बने अवैध मदरसे और नमाज स्थल को तोड़ने के लिए बृहस्पतिवार को मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अमले पर स्थानीय लोगों की भीड़ ने हमला बोल दिया था।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में तीन दिन पहले अवैध मदरसा तथा नमाज स्थल के ध्वस्तीकरण के दौरान भड़की हिंसा के मददेनजर हालात से निपटने के लिए उत्तराखंड सरकार ने और केंद्रीय बलों की मांग की है।
अधिकारियों ने यहां बताया कि गृह मंत्रालय से केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 100—100 जवानों वाली चार कंपनियों की मांग की गयी है जिससे हिंसा ग्रस्त बनभूलपुरा क्षेत्र में कानून—व्यवस्था को कायम रखा जा सके। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस संबंध में केंद्र को अनुरोध भेज दिया है।
उधर, बनभूलपुरा क्षेत्र को छोड़कर शेष हल्द्वानी में कर्फ्यू हटा दिया गया है। शहर में करीब 1000 सुरक्षाकर्मी पहले से ही तैनात हैं। बनभूलपुरा में दुकानें बंद हैं और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है जिसे बीच—बीच में सुरक्षाबलों की चहलकदमी तोड़ रही है।
संवेदनशील स्थिति को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं भी बाधित रखी गयी हैं जिससे अफवाहें न फैलें। मलिक का बगीचा में बने अवैध मदरसे और नमाज स्थल को तोड़ने के लिए बृहस्पतिवार को मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अमले पर स्थानीय लोगों की भीड़ ने हमला बोल दिया था।
इस दौरान भीड़ में शामिल अराजक तत्वों ने छतों से पथराव किया, पेट्रोल बम फेंक कर वाहनों में आग लगाई और बनभूलपुरा पुलिस थाने को फूंक दिया। बिगड़ते हालात को संभालने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया जिसमें छह दंगाइयों की मौत हो गयी थी।
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