जिबली कार्टून बनाने के लिए केवल विश्वसनीय एआई ऐप्स का इस्तेमाल करें : गोवा पुलिस

Goa police
ANI

पोस्ट में साइबर अपराध की रिपोर्ट करने के लिए फ़ोन नंबर का भी उल्लेख किया गया है। ओपनएआई ने पिछले सप्ताह चैटजीपीटी का जिबली-स्टाइल एआई इमेज जनरेटर लॉन्च किया था।

गोवा पुलिस ने सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐप के माध्यम से जिबली कार्टून बनाने के लिए व्यक्तिगत तस्वीरें अपलोड करने से पहले गोपनीयता के जोखिम पर विचार करने का सुझाव दिया है।

प्रदेश पुलिस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कृत्रिम मेधा से बनने वाले जिबली ट्रेंड में शामिल होना अपने आप में मजेदार है, लेकिन सभी एआई ऐप आपकी गोपनीयता की रक्षा नहीं करते हैं। जिबली कार्टून को इसकी विशिष्टता के लिए पसंद किया जाता है, लेकिन व्यक्तिगत तस्वीरें अपलोड करने से पहले हमेशा सोचें और इसे बनाने के लिए केवल विश्वसनीय एआई ऐप का ही इस्तेमाल करें।

पोस्ट में साइबर अपराध की रिपोर्ट करने के लिए फ़ोन नंबर का भी उल्लेख किया गया है। ओपनएआई ने पिछले सप्ताह चैटजीपीटी का जिबली-स्टाइल एआई इमेज जनरेटर लॉन्च किया था। तब से सोशल मीडिया पर जिबली लीजेंड हयाओ मियाज़ाकी की शैली में एआई-जनरेटेड पोर्ट्रेट की बाढ़ आ गई है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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