सपा-बसपा गठबंधन से और पुख्ता हुईं भाजपा की जीत की सम्भावनाएं: सहस्त्रबुद्धे
सहयोगी दलों शिवसेना और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की भाजपा से नाराजगी संबंधी सवाल पर सहस्रबुद्धे ने कहा कि चुनाव के समय ऐसी नाराजगी अक्सर सामने आती है।
बलिया (उ.प्र.)। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे ने बुधवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के गठबंधन से भाजपा की जीत की सम्भावनाएं और पुख्ता हो गयी हैं। रसड़ा क्षेत्र में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे सहस्त्रबुद्धे ने आज संवाददाताओं से कहा कि केवल जातिगत समीकरण के आधार पर राजनीति करने का दौर अब खत्म हो चुका है। यह गलतफहमी है कि गठबंधन हो जाने मात्र से इन दलों के समर्थक भी उनके साथ चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने विकास की राजनीति को आगे बढ़ाया और देश की जनता का भरोसा जीता है। गठबंधन की राजनीति का खामियाजा इस देश ने, खासकर उत्तर प्रदेश ने बहुत भुगता है।
सहयोगी दलों शिवसेना और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की भाजपा से नाराजगी संबंधी सवाल पर सहस्रबुद्धे ने कहा कि चुनाव के समय ऐसी नाराजगी अक्सर सामने आती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सहयोगी दलों और नेताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए तथा सबको साथ लेकर आगे बढ़ेगी। भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा जैसे नेताओं के लगातार पार्टी के खिलाफ बोलने के बारे में पूछे जाने पर सहस्रबुद्धे ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा क्या और क्यों बोल रहे हैं, यह जनता समझ रही है। बहरहाल, सदन में उनका एक वोट भी हमारे लिए महत्वपूर्ण है। पार्टी नेतृत्व उनके मामले में उचित समय पर अपना निर्णय लेगा।
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इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को लेकर जारी आरोप-प्रत्यारोप तथा विभिन्न दलों की मतपत्रों से चुनाव कराने की मांग पर भाजपा नेता ने कहा कि चुनाव आयोग सर्वोपरि है। वह जो भी तय करेगा, भाजपा उसे मानेगी। राममंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर शीर्ष नेतृत्व लगातार नजर बनाए हुए है। ‘‘हम चाहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर बने। मगर यह संवैधानिक तरीके से बनना चाहिये।
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