पंजाब में बाजार समिति को भंग किए जाने पर भड़क गए सुखबीर सिंह बादल, कहा- किसानों की पीठ में छुरा घोंपा गया
एक तरफ वे किसानों से दोस्ती का नाटक करते रहे और दूसरी तरफ छुप-छुप कर अपने दुश्मनों से मिलते रहे। वह अपने ही राज्य में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों पर दिनदहाड़े हरियाणा पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी के मुद्दे पर चुप रहे, जिसमें शुभकरण सिंह नाम के एक युवक की मौत हो गई और अनगिनत किसान घायल हो गए।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने यहां कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कॉरपोरेट एजेंडा लागू करके और उन्हें माल की खरीद पर एकाधिकार देकर किसानों की पीठ में छुरा घोंपा है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान किसानों के लिए भेड़ की आड़ में भेड़िया साबित हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे तीन काले कानून लागू करने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं, जिनके खिलाफ लंबे संघर्ष में 700 से अधिक किसानों ने शहादत दी है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान ने किसानों का साथ देने का वादा करके उनकी पीठ में छुरा घोंपा है। एक तरफ वे किसानों से दोस्ती का नाटक करते रहे और दूसरी तरफ छुप-छुप कर अपने दुश्मनों से मिलते रहे। वह अपने ही राज्य में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों पर दिनदहाड़े हरियाणा पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी के मुद्दे पर चुप रहे, जिसमें शुभकरण सिंह नाम के एक युवक की मौत हो गई और अनगिनत किसान घायल हो गए।
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उन्होंने कहा कि अब भगवंत मान ने सरकारी खरीद मंडियां खत्म करके और बड़े घरानों के गोदामों को खरीद केंद्र बनाकर किसानों की पीठ में छुरा घोंपा है, जबकि वह दावा करते रहे कि वह किसानों के साथ हैं। अकाली दल अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से कहा कि वे सभी पंजाबियों को बताएं कि किसानों के हितों को बेचकर उन्हें बड़े कॉर्पोरेट घरानों से बदले में क्या मिला। उन्होंने कहा कि यह किसानों के लिए जीवन और मृत्यु का सवाल है और भगवंत मान यह नहीं कह सकते कि उन्हें नहीं पता कि किसान क्या चाहते हैं। दुनिया पूरी सच्चाई जानती है।
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उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि आम आदमी पार्टी कई मुंह वाला सांप है। उन्होंने कहा कि इस काले कृषि कानून को लागू करना भगवंत मान के दोगलेपन का उदाहरण है और भगवंत मान पंजाब और किसानों से जुड़े हर मामले पर दोहरी भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि वे चंडीगढ़, नदी जल, पंजाबी भाषा और बीबीएमबी पर हमारे नियंत्रण सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर पंजाब के लोगों के हितों को चुपचाप आत्मसमर्पण कर रहे हैं। अब उन पर किसानों को धोखा देने का अक्षम्य पाप है।
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