आसनसोल से TMC के टिकट पर चुनावी मैदान में शत्रुघ्न सिन्हा, विधानसभा चुनाव लड़ेंगे बाबुल सुप्रियो
बाबुल सुप्रियो ने भाजपा छोड़ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था। इन सबके बीच उपचुनाव को लेकर ममता बनर्जी ने बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री और मशहूर अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा को आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस ने टिकट दिया है।
पश्चिम बंगाल में 1 लोकसभा और 4 विधानसभा सीटों पर 12 अप्रैल को उपचुनाव होने हैं। जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें आसनसोल लोकसभा क्षेत्र भी शामिल है। आपको बता दें कि बाबुल सुप्रियो के भाजपा से इस्तीफा देने के बाद से यह सीट खाली हुई थी। बाबुल सुप्रियो ने भाजपा छोड़ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था। इन सबके बीच उपचुनाव को लेकर ममता बनर्जी ने बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री और मशहूर अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा को आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस ने टिकट दिया है। यानी कि आसनसोल से शत्रुघ्न सिन्हा लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। खुद ममता बनर्जी ने इस बात का ऐलान किया है।
जबकि बालीगंज विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस ने बाबुल सुप्रियो को अपना उम्मीदवार बनाया है। बाबुल सुप्रियो भी मोदी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। हालांकि मंत्रिमंडल विस्तार में जगह नहीं मिलने के बाद उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी। वहीं शत्रुघ्न सिन्हा भाजपा के टिकट पर लोकसभा में पटना साहिब का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पटना साहिब से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। शत्रुघ्न सिन्हा को रविशंकर प्रसाद ने हराया था।Former Union ministers Shatrughan Sinha and Babul Supriyo will be TMC candidates for Loksabha by-election from Asansol and Assembly by-election from Ballygunge, respectively: Mamata Banerjee, Chairperson, AITC & West Bengal CM pic.twitter.com/w0Xdt7wGNZ
— ANI (@ANI) March 13, 2022
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माना जा रहा है कि राज्य में बाबुल सुप्रियो को ममता बनर्जी बड़ी भूमिका सौंप सकती हैं। गोवा चुनाव के दौरान भी बाबुल सुप्रियो ने एक अहम भूमिका निभाई थी। वहीं केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद से शत्रुघ्न सिन्हा लगातार भाजपा के खिलाफ हमलावर रहे हैं। 2014 में वह पटना साहिब से चुनाव जीते थे। परंतु उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया था। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपने बेटे को कांग्रेस से टिकट दिलवाया था लेकिन हार झेलनी पड़ी। देखना दिलचस्प होगा कि अब शत्रुघ्न सिन्हा तृणमूल में जाकर क्या कमाल करते हैं? लेकिन माना जा रहा है कि तृणमूल इससे बिहार में अपने पैर पसारने की कोशिश करेंगी।
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