ममता के बयान पर बोले अधीर रंजन, पागल व्यक्ति को जवाब देना सही नहीं, पूरे भारत में कांग्रेस के पास 700 MLAs

adhir ranjan
अंकित सिंह । Mar 12 2022 1:41PM

अधीर रंजन ने पूछा कि आप कांग्रेस के खिलाफ टिप्पणी क्यों कर रहे हैं? अगर कांग्रेस नहीं होती तो ममता बनर्जी जैसे लोग पैदा नहीं होते। उसे यह याद रखना चाहिए। वे बीजेपी को खुश करने के लिए गोवा गए, उन्होंने कांग्रेस को हरा दिया।

पांच राज्यों के चुनावी नतीजों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। इसके साथ ही कांग्रेस के वोट शेयर में भी भारी गिरावट देखने को मिली है। इन सबके बीच ममता बनर्जी ने कांग्रेस को नसीहत दे दी है। इसी को लेकर अब अधीर रंजन चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। न्यूज़ एजेंसी ए एन आई के मुताबिक अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पागल व्यक्ति को जवाब देना सही नहीं है, पूरे भारत में कांग्रेस के 700 विधायक हैं। दीदी के पास हैं? कांग्रेस के पास विपक्ष के कुल वोट शेयर का 20% है। क्या उनके पास है? उन्होंने कहा कि वे (ममता बनर्जी) भाजपा को खुश करने और भाजपा के एजेंट के रूप में काम करने के लिए ऐसा कह रही हैं। प्रासंगिक बने रहने के लिए वह इस तरह की बातें कहती हैं।

अधीर रंजन ने पूछा कि आप कांग्रेस के खिलाफ टिप्पणी क्यों कर रहे हैं? अगर कांग्रेस नहीं होती तो ममता बनर्जी जैसे लोग पैदा नहीं होते। उसे यह याद रखना चाहिए। वे बीजेपी को खुश करने के लिए गोवा गए, उन्होंने कांग्रेस को हरा दिया। आपने गोवा में कांग्रेस को कमजोर किया, ये तो सभी जानते हैं। इससे पहले विधानसभा चुनावों में चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद भाजपा-विरोधी गठबंधन के लिए क्षेत्रीय दलों से संपर्क साधते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कांग्रेस को साथ रखने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि अब उसमें वह बात नहीं रही। बनर्जी के तीखे बयान पर तत्काल पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनका (तृणमूल सुप्रीमो का) रूख समान है, एक (मोदी) ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ चाहते हैं और दूसरी (ममता) ‘कांग्रेस के बगैर विपक्ष के गठबंधन’ की बात करती हैं। 

इसे भी पढ़ें: भाजपा अब भी सत्ता में इसलिए है क्योंकि कोई विकल्प नहीं है: ममता बनर्जी

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भाजपा का मुकाबला करने को इच्छुक सभी राजनीतिक दलों को साथ मिलकर काम करना चाहिए। कांग्रेस पर निर्भर रहने का कोई मतलब नहीं है।’’ उन्होंने संकेत दिया कि कांग्रेस ‘‘पहले जीतने में सफल होती थी क्योंकि उसके पास संगठन था।’’ हालांकि बनर्जी ने कहा, ‘‘लेकिन अब, अब वह हर जगह हार रही है। ऐसा नहीं लगता है कि अब उन्हें (जीतने में) कोई दिलचस्पी है। उनकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है और अब उनपर निर्भर रहने का कोई मतलब नहीं है।’’ 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़