कोरोना संकट काल में RBI का बूस्टर डोज, रेपो रेट में कटौती, जानें 10 बड़ी बातें
लॉकडाउन के बीच देश की इकोनॉमी को बूस्ट देने के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के तहत रिजर्व बैंक ने उम्मीद के मुताबिक रेपो रेट में 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है।
कोरोना संकट के काल में सरकार के राहत पैकेज के ऐलाने के एक दिन बाद आज आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मीडिया से बात की। इस दौरान आरबीआई गवर्नर ने माना कि कोरोना की वजह से दुनिया के हालात खराब हैं और अर्थव्यवस्था के लिए जरूरी फैसले लेने का वक्त है। आरबीआई की प्रेस कांफ्रेस की 10 बड़ी बातें आपको बताते हैं।
- कोरोना संकट की वजह से देश के ज्यादातर सेक्टर पर बुरा असर।
- कोरोना संकट को देखते हुए रिजर्व बैंक ने रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट घटाया।
- रेपो रेट में 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती. 5.15 से घाटा कर 4.4 किया गया।
- रिवर्स रेपो रेट में 90 बेसिस प्वाइंट की कटौती, 4.9 से घटकर 4 हुआ।
- इस फैसले से 3.74 करोड़ रुपये की नकदी सिस्टम में आएगी।
- सभी कमर्शियल बैंकों को सलाह दी कि ब्याज और कर्ज अदा करने में 3 महीने की छूट दी जाए।
- देश की अर्थव्यवस्था पर कोरोना का असर पड़ सकता है।
- कोरोना की वजह से दुनिया भर में मंदी बढ़ सकती है।
- तेल की बढ़ती कीमतों से फायदों होगा।
- कोरोना की वजह से GDP की विकास दर में असर दिखेगा।
गौरतलब है कि 21 दिनों के लॉकडाउन के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गरीबों के लिए गुरुवार को 1.70 लाख करोड़ के स्पेशल पैकेज का ऐलान किया था। राहत पैकेज के ऐलान में वित्त मंत्री ने ईएमआई पर कुछ नहीं कहा था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी पीएम मोदी को लेटर लिखकर यह मांग की है कि लोगों के लोन ईएमआई भुगतान को छह महीने के लिए टाल दिया जाए। वित्त मंत्रालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रिजर्व बैंक (आरबीआई) को लेटर लिखकर कहा है कि वह ग्राहकों को राहत देने के लिए आपातकालीन उपाय करे।
Indian banking system is safe and sound. In recent past #COVID19 related volatility in stock market has impacted share prices of banks as well resulting in some panic withdrawal of deposits from a few private sector banks: RBI Governor Shaktikanta Das pic.twitter.com/sONvTV6ug4
— ANI (@ANI) March 27, 2020
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