राष्ट्रीय राजनीति में वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश में जुटे नीतीश, KCR और केजरीवाल, क्या 2024 में दिखेगा असर

nitish kcr kejriwal
ANI
अंकित सिंह । Oct 13 2022 1:00PM

यह नीत नेता हैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव। तीनों अलग-अलग क्षेत्रों से आते हैं। इनकी पार्टी भी अभी क्षेत्रीय पार्टी है। लेकिन इनकी इच्छा अब राष्ट्रीय राजनीति में आने की हो रही है।

2024 लोकसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय राजनीति में अलग-अलग दलों की ओर से वर्चस्व जमाने की कोशिश की जा रही है। अलग-अलग दलों के नेता दूसरे राज्यों का दौरा कर रहे हैं और पार्टी की संगठन को मजबूत करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। अपने पार्टी के दायरे को बढ़ाना इनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता बन गई है। 2024 चुनाव में विपक्षी एकता को तो एकजुट करने की कोशिश हो ही रही है। लेकिन साथ ही साथ कुछ नेताओं में पीएम पद को लेकर होड़ सी मची हुई है। इसी कड़ी में 3 नाम साफ तौर पर ऐसे उभर कर सामने आ रहे हैं। जो कहीं ना कहीं पीएम पद की दावेदारी मजबूती से पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। यह नीत नेता हैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव। तीनों अलग-अलग क्षेत्रों से आते हैं। इनकी पार्टी भी अभी क्षेत्रीय पार्टी है। लेकिन इनकी इच्छा अब राष्ट्रीय राजनीति में आने की हो रही है। 

हाल के दिनों में तीनों नेताओं के यात्राओं पर नजर डालें तो कहीं ना कहीं ऐसा लगता है कि अपनी पार्टी को 2024 के मद्देनजर विभिन्न राज्यों में मजबूत करने की कोशिश इनकी ओर से शुरू की जा चुकी है। अलग-अलग तरह से तीनों नेताओं के बारे में हम आपको बताते हैं। 

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नीतीश कुमार- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब से भाजपा के साथ गठबंधन से अलग हुए हैं, राष्ट्रीय राजनीति में उनकी सक्रियता बढ़ी हुई दिखाई दे रही है। यही कारण रहा कि वह लगातार विपक्ष को मजबूत करने की वकालत कर रहे हैं। अपने दिल्ली दौरे के दौरान उन्होंने विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात भी की थी। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू बिहार की पार्टी है। हालांकि, इसे क्षेत्रीय दल का दर्जा मिला हुआ है। मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में जदयू के पास अच्छा खासा अब वोट है। यही कारण है कि नीतीश कुमार पूर्वोत्तर की ओर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। हाल में ही उन्होंने नागालैंड का दौरा किया था। लेकिन यह बात भी सच है कि नीतीश की पार्टी ने दिल्ली, झारखंड, उत्तर प्रदेश, गुजरात में कई बार चुनाव लड़ने के प्रयास तो किया लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। 

अरविंद केजरीवाल- आंदोलन से राजनीति में आने वाले अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी का गठन किया था। दिल्ली में दो बार सत्ता में आ चुके अरविंद केजरीवाल लगातार दूसरे राज्य में अपनी पार्टी की पकड़ मजबूत करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। केजरीवाल की आम आदमी पार्टी पंजाब में भी सरकार बना चुकी है। इसके अलावा गोवा में भी उसे 2 सीटों पर जीत मिली थी। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने अपनी किस्मत आजमाया था। लेकिन सफलता नहीं मिली। अब केजरीवाल की ओर से गुजरात और हिमाचल में चुनाव को लेकर तैयारियां की जा रही है। 

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के चंद्रशेखर राव- तेलंगाना के दो बार मुख्यमंत्री बन चुके के चंद्रशेखर राव राष्ट्रीय राजनीति में आने के लिए काफी उतारू दिख रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों से ही सामान्य दूरी बनाकर रखने वाले के चंद्रशेखर राव ने राष्ट्रीय राजनीति में आने की महत्वाकांक्षा की ही वजह से अपनी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति रख दिया। फिलहाल, उनकी नजर कर्नाटक और महाराष्ट्र पर है। कर्नाटक में सियासी फायदे के लिए एचडी कुमारस्वामी के साथ गठबंधन पर बात चल रही है। 

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