Maharashtra: अजित की बैठक में पहुंचे 32 से ज्यादा विधायक, शरद पवार से बोले, उम्र ज्यादा हो गई है, आशीर्वाद दीजिए

ajit pawar
ANI
अंकित सिंह । Jul 5 2023 2:51PM

दावा किया जा रहा है कि अजित पवार गुट के पास 32 से ज्यादा विधायक हैं जबकि शरद पवार घुट के पास 14 विधायक ही हैं। इन सबके बीच अजित पवार ने अपने संबोधन में शरद पवार को लेकर साफ तौर पर कहा कि आपकी उम्र हो गई है, आप आशीर्वाद दीजिए। उन्होंने इसमें शरद पवार के इस्तीफे का भी जिक्र किया।

महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक के बीच एनसीपी किसके पास रहेगी, इसको लेकर शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच रस्साकशी जारी है। दोनों ही गुटों की ओर से आज शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि अजित पवार गुट के पास 32 से ज्यादा विधायक हैं जबकि शरद पवार घुट के पास 14 विधायक ही हैं। इन सबके बीच अजित पवार ने अपने संबोधन में शरद पवार को लेकर साफ तौर पर कहा कि आपकी उम्र हो गई है, आप आशीर्वाद दीजिए। उन्होंने इसमें शरद पवार के इस्तीफे का भी जिक्र किया। 

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सुप्रिय सुले को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया

अजित पवार ने कहा कि आपने इस्तीफे की बात की, फिर अध्यक्ष के लिए कमेटी बनाई। सुप्रिय सुले को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया। फिर आपने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। क्या आज हमें सरकार चलाने की ताकत नहीं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पहले इस्तीफा दिया, फिर वापस लिया। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी में रिटायरमेंट की उम्र 60 है। बीजेपी में 75 है। लेकिन शरद पवार 83 साल के हो गए हैं। आपको किस बात की जिद है। उन्होंने कहा कि हम शरद पवार के प्रति बहुत श्रद्धा रखते हैं। इसके बारे में कोई संदेह नहीं है। समाज और संविधान के विकास के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए। हम शिवाजी महाराज के स्वशासन के सपने को साकार करने के लिए काम कर रहे हैं। 

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भाजपा से हुई ती डील

अजित पवार ने कहा कि 2004 के विधानसभा चुनाव में एनसीपी के पास कांग्रेस से ज्यादा विधायक थे। अगर हमने उस समय कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया होता तो आज तक महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का ही मुख्यमंत्री होता। उन्होंने कहा कि 2017 में भी हमारी वर्षा बंगले पर मीटिंग हुई थी। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं छगन भुजबल, जयंत पाटिल के आदेश पर मैं और कई अन्य लोग वहां गये थे। वहां बीजेपी के कई नेता भी थे। हमारे बीच कैबिनेट पोर्टफोलियो आवंटन और संरक्षक मंत्रियों के पदों पर चर्चा हुई। लेकिन बाद में हमारी पार्टी पीछे हट गयी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि काम करने के लिए पद चाहिए। 

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