लॉकडाउन: अपने घर उत्तर प्रदेश लौट रहे 11 प्रवासी मजदूरों की मध्य प्रदेश में मौत, 14 घायल
कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के कारण परेशान होकर अपने घर जा रहे 11 प्रवासी मजदूरों की पिछले 24 घंटों में मध्य प्रदेश के चार जिलों नरसिंहपुर, बड़वानी, सागर एवं शाजापुर में मौत हो गई है, जबकि 14 अन्य घायल हो गये हैं। मजदूर महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं तेलंगाना से उत्तर प्रदेश जा रहे थे।
भोपाल। कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के कारण परेशान होकर अपने घर जा रहे 11 प्रवासी मजदूरों की पिछले 24 घंटों में मध्य प्रदेश के चार जिलों नरसिंहपुर, बड़वानी, सागर एवं शाजापुर में मौत हो गई है, जबकि 14 अन्य घायल हो गये हैं। ये मजदूर महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं तेलंगाना से उत्तर प्रदेश जा रहे थे। इनमें से पांच मजदूरों कीमौत कथित रूप से भीषण गर्मी एवं अत्यधिक थकान के बाद तबीयत खराब होने के बाद हुई है, जबकि छह मजदूरों की मौत नरसिंहपुर जिले में एक ट्रक के पलट जाने से हुई।
इस सड़क हादसे में 14 अन्य मजदूर घायल भी हुए। जिन पांच मजदूरों की मृत्यु भीषण गर्मी एवं अत्यधिक थकान के बाद तबीयत खराब होने के बाद हुई है, उनमें से तीन की मौत बड़वानी जिले में और एक-एक की मौत सागर एवं शाजापुर जिलों में हुई है। नरसिंहपुर से मिली रिपोर्ट के अनुसार नरसिंहपुर जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर मुंगवानी थाना क्षेत्र के ग्राम पाठा के पास शनिवार की रात्रि करीब 10.30 बजे आम से भरे एक ट्रक के पलट जाने से इसमें सवार छह मजदूरों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गये।
नरसिंहपुर जिले के अपर कलेक्टर मनोज ठाकुर ने रविवार को बताया कि हादसे के वक्त आम से भरे हुए इस ट्रक में करीब 20 प्रवासी मजदूर हैदराबाद से अपने घर उत्तर प्रदेश के एटा और झांसी जा रहे थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (नरसिंहपुर) राजेश तिवारी ने बताया कि इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई है तथा 14 अन्य घायल हुए हैं, जिन्हें नरसिंहपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में से एक की हालत नाजुक है। तिवारी ने बताया कि मजदूरों को आमों से भरे ट्रक में ले जाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच जारी है। अपर कलेक्टर ठाकुर ने बताया कि एक मजदूर में कोरोना वायरस के लक्षण भी मिले हैं। इसलिए सभी मजदूरों के नमूने लेकर जांच कराई जा रही है।
वहीं, सागर से मिली रिपोर्ट के अनुसार जिले के सागर-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 86 पर शनिवार शाम को बंडा तहसील के बरा चौराहे पर कथित रुप से कर्नाटक के किसी क्षेत्र से पैदल ही उत्तर प्रदेश स्थित अपने घर की ओर जाते समय एक व्यक्ति अचानक ही सड़क पर बेसुध होकर गिर गया। घटनास्थल पर मौजूद नागरिकों ने उसे बंडा अस्पताल भेजा, जहां चिकित्सक ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
सागर जिले के पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि मृतक के पास मिले आधार कार्ड पर मिली जानकारी के अनुसार उसका नाम रामबली (31) है और वह उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर का निवासी है। उन्होंने कहा कि घटना के बारे में पुलिस ने मृतक के परिवार वालों को सूचित कर दिया है। सांघी ने बताया कि उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। इसी बीच, शाजापुर से मिली रिपोर्ट के अनुसार शाजापुर जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर एबी रोड़ पर ग्राम रोजवास के निकट कल देर शाम उत्तर प्रदेश के एक प्रवासी मजदूर की बीमारी से मौत हो गयी। शाजापुर जिले के मक्सी पुलिस थाना प्रभारी आदित्य तिवारी ने बताया कि शनिवार शामलगभग 5 बजे महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के बहाटतिया गांव जा रहे रामरूप (35) की बीमारी से मौत हो गयी।
उन्होंने कहा कि वह अपने परिजनों के साथ एक आयशर वाहन में सवार होकर उत्तर प्रदेश की ओर जा रहा था। उसी दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई जिसके कारण वाहन चालक ने उसे रोजवास के निकट उतार दिया, जहां पर कुछ समय बाद उसकी मौत हो गयी। तिवारी ने बताया कि मक्सी पुलिस को जानकारी मिलने पर देर रात उसके शव को शाजापुर जिला चिकित्सालय भिजवाया गया, जहां पर आज उसका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मक्सी पुलिस थाने ने मामले का प्रकरण दर्ज कर लिया है। वहीं, बड़वानी से मिली रिपोर्ट के अनुसार मुंबई से उत्तर प्रदेश पैदल जा रहे तीन प्रवासी मजदूरों की शनिवार दोपहर को मौत हो गई। बड़वानी जिले के सेंधवा पुलिस थाना प्रभारी डी एस परिहार ने बताया कि ये तीनों 42 से 55 वर्ष के बीच के थे और जब ये महाराष्ट्र की सीमा पार कर मध्य प्रदेश में सेंधवा के पास पहुंचे तो इन्होंने दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि ये तीनों पैदल आये थे और कहीं—कहीं पर इन्होंने लिफ्ट भी ली थी।
ये तीनों प्रवासी मजदूर थे और महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश जा रहे थे। परिहार ने बताया कि इनके साथ चल रहे प्रवासी मजदूर इनमें से दो लोगों को सेंधवा सिविल अस्पताल ले गये, जबकि एक व्यक्ति को दूसरे अस्पताल में ले गये, जहां उनकी स्थिति अत्यधिक खराब होने के कारण उनकी मौत हो गई। सेंधवा सिविल अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि हो सकता है कि झुलसा देने वाली गर्मी से इनके शरीर में पानी की कमी हो गई होगी और लंबा पैदल चल कर इन्हें अत्यधिक थकान हुई होगी। इसके कारण इनकी मौत हुई होगी। हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इनके मौत का असली कारण पता चलेगा।
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