Kashmiri Silk की दुनियाभर में है माँग, आधुनिक मशीनों से आजकल 30 तरह के सिल्क का हो रहा है निर्माण
इस समय श्रीनगर में नवीनतम करघों से सुसज्जित एक कारखाना है जहां रेशम की 30 विभिन्न किस्मों का उत्पादन होता है। प्रभासाक्षी संवाददाता ने जब इस कारखाने का जायजा लिया तो इस सिल्क फैक्ट्री के प्रबंधक से भी बातचीत की।
दुनियाभर में कश्मीरी रेशम की खूब मांग होती है लेकिन पिछले कई दशकों के दौरान हालात ठीक नहीं होने का सर्वाधिक नुकसान रेशम उद्योग से जुड़े लोगों को उठाना पड़ा। हम आपको बता दें कि कश्मीर रेशम समेत तमाम कश्मीरी हस्तशिल्प उत्पाद पूरी दुनिया में अपनी गुणवत्ता और कलाकारी की विशेषताओं के चलते प्रसिद्ध हैं। अब कश्मीर में बदले हालात में हस्तशिल्प उद्योग को उबारने का प्रयास तेजी से किया जा रहा है ताकि कश्मीरी संस्कृति और हस्तशिल्प को जिंदा रखने के साथ-साथ इस क्षेत्र को रोजगारपरक भी बनाया जा सके।
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हम आपको बता दें कि इस समय श्रीनगर में नवीनतम करघों से सुसज्जित एक कारखाना है जहां रेशम की 30 विभिन्न किस्मों का उत्पादन होता है। प्रभासाक्षी संवाददाता ने जब इस कारखाने का जायजा लिया तो इस सिल्क फैक्ट्री के प्रबंधक से भी बातचीत की। उन्होंने बताया कि पहले फैक्ट्री सिर्फ 8 तरह के रेशम का ही उत्पादन कर पाती थी। लेकिन अब उनकी फैक्ट्री नवीनतम करघों से सुसज्जित है जहां लगभग 30 प्रकार की रेशम किस्मों का निर्माण किया जाता है। उन्होंने कहा कि हमारी फैक्ट्री कश्मीर घाटी के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं को रेशम निर्माण से जुड़ी प्रक्रियाओं और नवीनतम मशीनों के बारे में प्रशिक्षण दे रही है। उन्होंने कहा, ''कश्मीर में उत्पादित रेशम की गुणवत्ता और आयु अधिक होती है इसलिए इसकी काफी मांग होती है।'' उन्होंने कहा कि कई राज्य भी कश्मीरी निर्मित रेशम को पसंद करते हैं क्योंकि इसकी गुणवत्ता सबसे बेहतर होती है।
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