भटके युवकों की मुख्यधारा में वापसी पर सम्मानित जीवन जीने में मदद करेगी सरकार : सोरेन

Hemant Soren
प्रतिरूप फोटो

मुख्यमंत्री ने रविवार को कहा, ‘‘हमें अपने वीर पुलिस जवानों पर गर्व है। झारखंड जैसे कठिन भौगोलिक क्षेत्र वाले राज्य में हमारे पुलिस पदाधिकारियों और जवानों ने जिस कर्तव्यनिष्ठा और अदम्य साहस से विभिन्न चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है, उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है।’’

रांची|  झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को कहा कि विभिन्न कारणों से मुख्यधारा से भटक गए युवकों से आग्रह है कि वे मुख्यधारा में लौट आएं, सरकार उन्हें सम्मान के साथ जीवन जीने का साधन और रोजगार उपलब्ध कराने का आश्वासन देती है।

मुख्यमंत्री सोरेन ने आज राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर पुलिस कर्मियों को वीरता पुरस्कार देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में उक्त बात कही।

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मुख्यधारा से भटके युवाओं से वापसी की अपील करते हुए सोरेन ने कहा, ‘‘‘‘मुख्यधारा में लौटने वाले युवकों को सरकार सम्मान के साथ जीने का अधिकार और रोजगार उपलब्ध कराएगी।’’

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमें अपने वीर पुलिस जवानों पर गर्व है। झारखंड जैसे कठिन भौगोलिक क्षेत्र वाले राज्य में हमारे पुलिस पदाधिकारियों और जवानों ने जिस कर्तव्यनिष्ठा और अदम्य साहस से विभिन्न चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है, उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है।’’

सोरेन ने कहा, ‘‘लोगों की रक्षा और समाज में शांति कायम रखने के दौरान आपने जो मनोबल दिखाया है, वही हमारी ताकत है। इसी के बल पर राज्य की लगभग सवा तीन करोड़ आबादी अमन और चैन से रह रही है।’’

मुख्यमंत्री ने आज पुलिस पदाधिकारियों, जवानों और वीरगति को प्राप्त हुए शहीदों के परिजनों को संबोधित किया।

उन्होंने समारोह में 57 पुलिस पदाधिकारियों /जवानों को उत्कृष्ट कार्य के लिए पदक देकर सम्मानित किया। इनमें एक पुलिस पदाधिकारी को विशिष्ट सेवा पदक,27 पुलिस पदाधिकारियों /कर्मियों को मुख्यमंत्री वीरता पदक और 29 पुलिस पदाधिकारी/ कर्मियों को सराहनीय सेवा पदक प्रदान किया गया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अलग राज्य बनने के बाद झारखंड की गिनती देश में सबसे ज्यादा उग्रवाद प्रभावित राज्यों में होती थी। लेकिन आपने अपनी ताकत से उग्रवादियों को मुंह तोड़ जवाब दिया। आज हम कह सकते हैं कि उग्रवाद को काफी हद तक नियंत्रित करने में कामयाबी मिली है। इतना ही नहीं, उग्रवाद की आड़ में पनपे असामाजिक और अपराधिक संगठनों को भी आपने करारा जवाब दिया है।’’

इस अवसर पर आयोजित परेड में झारखंड सशस्त्र पुलिस- 1, झारखंड सशस्त्र पुलिस -2, वायरलेस की बटालियन,झारखंड सशस्त्र पुलिस -10 (महिला वाहिनी), इंडियन रिजर्व बटालियन -5,रांची जिला बल और झारखंड जैगुआर की टीम शामिल हुई।

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इसके अलावा झारखंड सशस्त्र पुलिस बटालियन- 1, झारखंड सशस्त्र पुलिस बटालियन -10 और झारखंड पुलिस अकादमी, हजारीबाग की बैंड टीम ने भी भाग लिया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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