जिला श्रम विभाग ने ई-श्रमकार्ड बनाने में प्रदेश में तीसरा और मंडल में पहले स्थान पर किया कब्जा
असंगठित क्षेत्र के ई-श्रमकार्ड धारकों को भारत सरकार दो लाख का एक्सीडेंटल बीमा और पांच लाख तक का मुफ्त इलाज की सुविधा दे रही है।
गोरखपुर। असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के ई-श्रमकार्ड बनाने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। 25 अगस्त 2021 को शुरू हुई यह योजना तेजी से आगे बढ़ रही है। इसी क्रम में गोरखपुर जिला, 8 लाख 40 हजार से ज्यादा श्रमिकों के ई-श्रमकार्ड बनाकर मंडल में अव्वल स्थान हासिल किया है और प्रदेश में तीसरे स्थान पर बना हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक असंगठित क्षेत्र के ई-श्रमकार्ड धारकों को भारत सरकार दो लाख का एक्सीडेंटल बीमा और पांच लाख तक का मुफ्त इलाज की सुविधा दे रही है।
प्रदेश में 8 करोड़ से ज्यादा श्रम कार्ड बनाने का लक्ष्य सरकार द्वारा रखा गया है, जिसमें गोरखपुर के श्रम विभाग ने जिले में अभी तक 8 लाख 40 हजार की ई-श्रम कार्ड बनाकर मंडल में अव्वल और प्रदेश में तीसरा स्थान पर कब्जा कर लिया है। सहायक श्रम आयुक्त कृष्णकांत यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि श्रम कार्ड बनवाने के लिए जनसेवा केंद्रों को अधिकृत किया गया है। रजिस्ट्रेशन कराने की फीस मात्र ₹20 तय की गई है।
जन सेवा केंद्र पर रजिस्ट्रेशन कराने के लिए श्रमिक को अपना आधार कार्ड,बैंक पासबुक और एक फोटोग्राफ और परिवार का डिटेल मुहैया कराना होता है रजिस्ट्रेशन के उपरांत उन्हें ई-श्रम कार्ड जारी किया जाता है। जिसमें ₹2 लाख का एक्सीडेंटल बीमा और ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में अभी तक 840000 श्रमिकों का ई-श्रमकार्ड बना दिया गया है। कृष्णकांत यादव ने बताया की प्रतिदिन 15000 से ज्यादा श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। श्रमिक किसी भी जन सुविधा केंद्र पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी होते ही श्रमिकों को तत्काल ई श्रम-कार्ड दे दिया जाता है।
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