कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार ने अपनाया थ्री-टी की एग्रेसिव नीति, मिल रहा अच्छा परिणाम

corona

रात्रिकालीन कफ्र्यू और साप्ताहिक बंदी को प्रभावी बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन को पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भी उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि औद्योगिक इकाइयां, आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही, दवा की दुकानें, राशन की दुकानें चलती रही, किसानों से खरीद चलती रही, किसानों के काम चलते रहे तथा किसानों की खाद बीज की उपलब्धता भी चलती रही।

अपर मुख्य सचिव, सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व, निर्देशन एवं निरीक्षण से कोरोना महामारी की लड़ाई में प्रदेश की स्थिति लगातार बहुत अच्छी हो रही है। विगत 25 दिनों में कुल एक्टिव मामलों में 90 से 93 प्रतिशत की कमी हुई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश 05 करोड़ से अधिक टेस्टिंग करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है और रिकार्ड स्तर पर टेस्ट करके नया कीर्तिमान बनाया है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार ने थ्री-टी की एग्रेसिव नीति को अपनाया है। टेªस, टेस्ट एवं ट्रीट की नीति के कारण ही रिकार्ड स्तर पर प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से कम हुए हैं। आज प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है। सहगल ने बताया कि गृह विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि महामारी के दौरान कोविड प्रोटोकाॅल का एवं कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराया जाए। लोगों को प्रोटोकाॅल का पालन करने के लिए जागरूक भी किया जाए। उन्होंने कहा कि लोगों का जीवन भी बचाना है, और जीविका भी बचानी है। रात्रिकालीन कफ्र्यू और साप्ताहिक बंदी को प्रभावी बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन को पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भी उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि औद्योगिक इकाइयां, आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही, दवा की दुकानें, राशन की दुकानें चलती रही, किसानों से खरीद चलती रही, किसानों के काम चलते रहे तथा किसानों की खाद बीज की उपलब्धता भी चलती रही। इसके साथ-साथ राशन वितरण भी चलता रहा, चीनी मिलें भी चलती रही तथा किसानों का गन्ना भुगतान भी होता रहा। यह एक नया मॉडल रखे जाने का मुख्यतः उद्देश्य लोगों की गैरजरूरी आवाजाही को रोकना था। उन्होंने बताया कि 90 हजार से ज्यादा गांवों में निगरानी समितियों द्वारा गांव-गांव, घर-घर जाकर परिवार के प्रत्येक सदस्य का हाल-चाल ले रही हैं। किसी को संक्रमण है तो उसका एन्टीजन एवं आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है तथा दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही है। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों एवं अरबन एरिया में भी अलग से निगरानी समितियां कार्य कर रही हैं।

इसे भी पढ़ें: अखिलेश यादव की मांग, शिक्षा परिषदों और राज्य बोर्ड की परीक्षाओं को भी रद्द किया जाए

सहगल ने बताया कि प्रदेश में टीकाकरण की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है। पहली जून से बृहद टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। पूरे महीने में 01 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। विगत दिवस 5500 वैक्सीनेशन सेन्टर पर 3,42,000 से अधिक लोगों को वैक्सीन लगायी गयी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने टीम-09 को निर्देश दिया है कि टीकाकरण केन्द्रों में कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित हो। वेटिंग एरिया और ऑब्जर्वेशन एरिया की समुचित व्यवस्था हो। केन्द्र में लोगों को कम से कम समय तक प्रतीक्षा करना पड़े इसके लिए लोगों को पहले से ही सूचित किया जाए, ताकि वैक्सीनेशन केन्द्र में लोगों की भीड़ न जुटे। उन्होंने बताया कि 64 जनपदों में कोरोना के 600 से कम एक्टिव मामले हैं, वहां 01 जून से कोरोना कर्फ्यू में छूट दी गई है। इन जिलों में मेडिकल कालेजों और स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में सीमित संख्या के साथ ओ0पी0डी0 को चालू करने तथा इमर्जेन्सी सेवाओं को जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं।

इसे भी पढ़ें: कोरोना कर्फ्यू में रियायत का मतलब लापरवाही की छूट नहीं : योगी आदित्यनाथ

सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृत संकल्पित है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीद प्रक्रिया कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। 01 अप्रैल से 15 जून 2021 तक गेहूं खरीद जारी रहेगी। गेहूं क्रय अभियान में अब तक 8,83,603 किसानों से 41,56,069.06 मी0टन गेहूं खरीद की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने खाद्य एवं रसद विभाग को निर्देशित किया है कि जब तक किसान गेहूँ लाये तब तक किसानों से गेहूँ खरीद की जाए। कोई भी जनपद लक्ष्य पूरा होने के पश्चात गेहूँ खरीद बंद नहीं करेगा। गेहूँ खरीद में लक्ष्य या समय की पाबंदी नहीं है। बड़े किसानों के साथ-साथ छोटे किसानों से भी गेहूँ खरीदा जाए। प्रदेश सरकार किसानों को गेहूँ का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने के लिए कटिबद्ध है। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग कार्य करते हुए, टेस्टिंग क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 3,31,515 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में अब तक कुल 5,10,64,652 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा दैनिक तथा कुल टेस्ट करने वाला प्रथम प्रदेश बन गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 1,514 नये मामले आये हैं। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 4,939 कोविड-19 के मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हुए हैं। अब तक 16,44,511 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल 28,694 एक्टिव मामले हैं, जिनमें से 15,785 लोग होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में प्रतिदिन की पाॅजिटिविटी दर 0.5 प्रतिशत तथा कुल पाॅजिटिविटी दर 3.4 प्रतिशत है। प्रदेश में रिकवरी रेट 97.1 प्रतिशत से अधिक हो गयी है। उन्होंने बताया कि सर्विलांस की कार्यवाही निरन्तर चल रही है। प्रदेश में अब तक सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,90,967 क्षेत्रों में 6,41,540 टीम दिवस के माध्यम से 3,56,54,019 घरों के 17,14,71,394 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि 70,000 निगरानी समितियां गांव-गांव जाकर प्रत्येक व्यक्ति का हालचाल ले रही हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कोरोना के लक्षण प्रतीत होते हों तो तुरन्त निगरानी समितियों से सम्पर्क करें। निगरानी समितियों द्वारा उनकों तत्काल दवाइयां उपलब्ध करायी जायेंगी तथा पूर्ण सहायता प्रदान की जायेगी।

इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश की बड़ी खबरें: मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को धरातल पर उतारने की पूरी तैयारी

प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के समस्त जनपदों में 18-44 वर्ष के आयु वर्ग के तथा 45 वर्ष ऊपर आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन व्यापक स्तर पर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जनपद में दो सेन्टर ऐसे रखे जा रहे हैं, जो कि अभिभावकों समर्पित हैं, इस सेन्टर का नाम अभिभावक स्पेशल वैक्सीनेशन सेन्टर रखा गया है। इन बूथों पर वही लोग वैक्सीनेशन करा सकेंगे जिनका एक बच्चा 12 साल से कम उम्र का होगा। इन बूथों पर जब आप वैक्सीनेशन कराने जायेंगे तो अपने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र लेकर जायें। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से कहा कि जिन लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली वो समय आने पर वैक्सीन की दूसरी डोज भी अवश्य लगवाये। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निःशुल्क टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण के लिए पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराकर स्लाॅट एलाॅट करा लें। ग्रामीण क्षेत्रों में जिन लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं है वह आशा/एएनएम की सहायता से अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। कॉमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से भी टीकाकरण के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल 1,86,79,320 वैक्सीन लगायी जा चुकी हैं, जिसमें से 1,51,73,873 लोगों को प्रथम डोज, जबकि 35,05,447 लोगों को द्वितीय डोज लगायी गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में टीकाकरण का कार्य बहुत तेजी से चल रहा है तथा युवाओं में टीकाकरण को लेकर उत्साह दिख रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे, सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अवश्य करें।  

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़