मध्य प्रदेश में भी बर्ड फ्लू की आशंका, प्रदेश के गुना, शाजापुर और नागदा में मृत मिले कौए
वही विभाग द्वारा जिले भर में पशु पालकों के लिए एडवाईजरी जारी की गई है। यदि किसी पक्षी की अस्वाभाविक मौत होती है तो लोग हमें तत्काल सूचना दें। भदौरिया के अनुसार कुछ वर्ष पूर्व एनएफएल में हजारों की तादाद में चमकादड़ मरने का भी मामला सामने आया था।
भोपाल। मध्य प्रदेश में भी बर्ड फ्लू फैलने की आशंका जाहिर की जा रही है। राज्य के पश्चिम-जिलों में कई पक्षी मृत मिलने से बर्ड फ्लू का खतरा मड़राने की बात कही जा रही है। जानकारी के अनुसार उज्जैन जिले में नागदा के बिरलाग्राम क्षेत्र में ग्रेसिम उद्योग के भवन व अन्य परिसर में मंगलवार को नागदा शहर में 12 से अधिक कौए मृत मिले है। तो वही शाजापुर रेलवे कालोनी में 4 कौए मृत पाए गए तो वही गुना जिले से 35 किलोमीटर दूर औद्योगिक इकाई एनएफएल विजयपुर में दो-तीन दिनों में लगभग 20 कौओं की मरने की खराब से क्षेत्र में दशहत है।
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वही इन मृत कौवों की सूचना मिलते ही प्रशासन भी अलर्ट हो गया और राजस्व, नपा, पशु एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया है। बर्ड फ्लू की जांच के लिए एक कौवों का पीएम कर सेंपल लिया गया है, जिसे बुधवार को भोपाल की लेब में जांच के लिए भेजा गया। जहां जाँच के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि हो सकेगी। वही मृत कौवों को प्रशासन ने जमीन में गाढ़ दिया है। उज्जैन के नागदा एसडीएम आशुतोष गोस्वामी को ग्रेसिम परिसर में भी लगभग 10 से अधिक कौवों मृत मिले जिसकी जानकारी ग्रेसिम उद्योग के जनसंपर्क अधिकारी संजय व्यास ने दी थी।
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वही शाजापुर शहरी क्षेत्र में भी कौवे की मौत के मामले सामने आने से हड़कंप मच गया है। मामले में पशु चिकित्सालय की टीम ने कौवों के शवों को जांच के लिए प्रयोशाला पहुंचाया है। मंगलवार को शाजापुर के रेलवे कालोनी क्षेत्र में चार कौवों की मौत की खबर आई। वहीं कुछ कौवे बेहोंशी की हालत में भी मिले। हालांकि कौवों की मौत के पीछे का वास्तविक कारण बर्ड फ्लू बीमारी है या और कुछ इसका रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट रूप से खुलासा होगा, लेकिन जमीन पर अचानक मरे कौंवो को देखकर लोगों में भय का माहौल जरुर पैदा हो रहा है जो चिंता का विषय है।
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जबकि गुना से 35 किमी दूर औद्योगिक इकाई एनएफएल विजयपुर में दो-तीन दिनों में लगभग 20 कौओं की मरने की खराब से क्षेत्र में दशहत है। इस संबंध में एनएफएल-विजयपुर प्रबंधन ने जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग को सूचना दी। जिसके बाद मंगलवार को पशुपालन विभाग द्वारा मृत कौओं के सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं। फिलहाल विभाग मृतक कौवों की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहा है। वहीं जिले में ऐतिहातिक अलर्ट जारी किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एनएफएल विजयपुर परिसर में पिछले दो-तीन दिनों में रिकार्ड तीन दर्जन से अधिक कौओं की मौत हुई है। जिसके बाद आनन-फानन में एनएफएल प्रबंधन ने इसकी सूचना पशुपालन पालन विभाग को दी।
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वही इस बारे में पशुपालन विभाग के उपसंचालक आर.पी. भदौरिया ने बताया कि गुना सहित प्रदेश में मुर्गा-मुर्गियों में बर्ड फ्लू के मामले सामने नहीं आए हैं। एनएफएल में जिन कौओं की मौत हुई है वह स्वाभाविक मौत भी हो सकती हैं। फिर भी जांच रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। वही विभाग द्वारा जिले भर में पशु पालकों के लिए एडवाईजरी जारी की गई है। यदि किसी पक्षी की अस्वाभाविक मौत होती है तो लोग हमें तत्काल सूचना दें। भदौरिया के अनुसार कुछ वर्ष पूर्व एनएफएल में हजारों की तादाद में चमकादड़ मरने का भी मामला सामने आया था। पशुपालन और वन विभाग ने बर्ड फ्लू के चलते निर्देश भी जारी किए है, जिसके तहत जलाशयों में एवं अभयारण्यों के अंदर प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखें, जलाशयों के आसपास की बस्तियों में पाले जाने वाले मुर्गे-मुर्गी, पोल्ट्री फार्म और बैकयार्ड कुक्कुट के सैंपल जांच के लिए भेजें, जिले के कुक्कुट बाजार, हाट बाजार में आने वाले मुर्गे-मुर्गियों की भी नियमित जांच करें और जिलों में इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करें और उन्हें सतर्क रहने की हिदायत दें।
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