कोरोना महामारी में सेवा देने वाले आयुष चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ को नियमित करने की माँग
वर्मा ने अपने पत्र में मांग की है कि कोरोना महामारी संक्रमण की रोकथाम हेतु प्रदेश के जिलों में आवश्यक मानव संसाधन सुनिश्चित करने हेतु राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं राज्य शासन द्वारा अस्थाई नियुक्ति की गई थी, परंतु राज्य सरकार द्वारा वर्तमान समय में कोविड-19 की अस्थाई नियुक्ति को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है
भोपाल। प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर प्रदेश में कोविड महामारी के दौरान अपनी सेवाएं देने वाले आयुष चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ, टेक्नीशियन तथा फार्मासिस्ट को नियमित कर संविलियन करने की मांग की है। वर्मा ने सोशल मीडिया पर अपने पत्र को पोस्ट करते हुए लिखा कि यह लोग देवदूत हैं इनका ऋण चुकाये शिवराज।
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वर्मा ने अपने पत्र में मांग की है कि कोरोना महामारी संक्रमण की रोकथाम हेतु प्रदेश के जिलों में आवश्यक मानव संसाधन सुनिश्चित करने हेतु राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं राज्य शासन द्वारा अस्थाई नियुक्ति की गई थी, परंतु राज्य सरकार द्वारा वर्तमान समय में कोविड-19 की अस्थाई नियुक्ति को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है, जो कोरोना महामारी के समय इन अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किए गए कार्यों को नजरअंदाज कर यह दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय प्रदेश सरकार ने लिया है। वर्मा ने मांग की कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम में संलग्न अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों को नियमित अथवा संविदा नियुक्ति देने का कष्ट करें।
प्रदेश में उप-चुनावों का बिगुल बजते ही पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा आक्रामक शैली में भाजपा और शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा, वर्मा अपनी इसी शैली के लिए जाने जाते हैं। कल भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को खुले मंच से ललकारने वाले वर्मा ने आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर ट्विटर के माध्यम से हमला किया।
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