जातिगत जनगणना की मांग हुई तेज, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने PM को लिखा पत्र, कही यह बात
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आप (पीएम मोदी) जानते हैं कि यूपीए सरकार ने पहली बार 2011-12 के दौरान लगभग 25 करोड़ परिवारों को शामिल करते हुए सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना (एसईसीसी) का आयोजन किया था।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा रविवार को कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी रैली में केंद्र सरकार से 2011 की जाति जनगणना के आंकड़े जारी करने की मांग की गई थी। इसी को लेकर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। खड़गे ने आग्रह किया है कि देश में हर 10 साल पर होने वाली जनगणना को कराया जाए और व्यापक जाति आधारित जनगणना को इसका अभिन्न हिस्सा बनाया जाए। उन्होंने कहा कि मेरे सहयोगी और मैंने संसद के दोनों सदनों में कई बार यह मांग उठाई है। अन्य विपक्षी दलों ने भी इस मांग को रखा है। उन्होंने आग्रह किया कि जनगणना जल्द कराई जाए और जाति आधारित जनगणना को इसका हिस्सा बनाया जाए।
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कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आप (पीएम मोदी) जानते हैं कि यूपीए सरकार ने पहली बार 2011-12 के दौरान लगभग 25 करोड़ परिवारों को शामिल करते हुए सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना (एसईसीसी) का आयोजन किया था। मई 2014 में आपकी सरकार के सत्ता में आने के बाद कई कारणों से, हालांकि, कांग्रेस और अन्य सांसदों ने इसे जारी करने की मांग की, फिर भी जाति डेटा प्रकाशित नहीं हो सका। खड़गे ने रविवार को लिखे अपने पत्र में कहा, विशेष रूप से ओबीसी के लिए सार्थक सामाजिक न्याय और अधिकारिता कार्यक्रमों के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने केंद्र सरकार को याद दिलाया कि 2021 तक की जाने वाली पिछली जनगणना को स्थगित कर दिया गया था। खड़गे ने कहा, "हम मांग करते हैं कि इसे तुरंत किया जाए।" उन्होंने सोमवार को ट्विटर के जरिए अपना पत्र सार्वजनिक किया।
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कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘जितनी आबादी, उतना हक़! कांग्रेस अध्यक्ष खरगे जी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि 2021 की दशकीय जनगणना जल्द से जल्द कराई जाए। साथ ही जाति जनगणना को इसका अभिन्न अंग बनाया जाना चाहिए। इससे सामाजिक न्याय और सशक्तीकरण को मजबूती मिलेगी।’’ उल्लेखनीय है कि 2021 में प्रस्तावित जनगणना कोरोना वायरस महामारी के कारण नहीं हो सकी थी।
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