रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कर्नाटक में HAL-IISc कौशल विकास केन्द्र का किया उद्घाटन, बोले- ज्ञान शक्ति है

Rajnath Singh

रक्षा मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए किए गए उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि ज्ञान शक्ति है और नवोन्मेष तथा रचनात्मकता के लिए कुशल श्रमबल होना बुनियादी जरूरत है।

बेंगलुरु। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चित्रदुर्ग जिले में भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) के चाल्लाकेरे परिसर में एचएएल-आईआईएससी कौशल विकास केन्द्र का बृहस्पतिवार को उद्घाटन किया। रक्षा मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए किए गए उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि ज्ञान शक्ति है और नवोन्मेष तथा रचनात्मकता के लिए कुशल श्रमबल होना बुनियादी जरूरत है। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के यहां स्थित मुख्यालय से जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। 

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इस अवसर पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार, सचिव (रक्षा उत्पादन) राज कुमार, एचएएल के सीएमडी आर माधवन, निदेशक (एचआर), एचएएल, आलोक वर्मा और आईआईएससी के निदेशक प्रो जी रंगराजन मौजूद थे। इस दौरान माधवन ने कहा कि केंद्र ‘‘मेक इन इंडिया’’ को यथार्थ में बदलने के लिए स्थानीय समुदाय के सदस्यों से लेकर उच्च स्तरीय इंजीनियरिंग प्रोफेशनल्स तक के विभिन्न लाभार्थियों को कौशल प्रदान करेगा।

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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो रंगराजन ने कहा, ‘‘हम एचएएल के आभारी हैं कि उसने हमारा समर्थन किया और इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पहल पर हमारे साथ भागीदारी की।’’ उन्होंने कहा,‘‘ हम देश भर से सैकड़ों युवा श्रमिकों और पेशेवरों को प्रशिक्षित करने के लिए एचएएल के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं।’’ गौरतलब है कि आईआईएससी ने 2016 में अपने प्रस्ताव के साथ एचएएल से संपर्क किया और एचएएल ने अपने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी प्रोग्राम के तहत इसे वित्त पोषित करने और सहयोग देने की सहमति दी थी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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