Karnataka में BJP ने झोंकी पूरी ताकत, राजनाथ-निर्मला-योगी-शिवराज ने धुआंधार प्रचार कर बांधा समां
आज की चुनावी रैलियों की खास बात यह रही कि भाजपा नेताओं ने जहां अपने प्रचार के दौरान मुस्लिम आरक्षण खत्म करने के मुद्दे को जोरशोर से उठाया वहीं कांग्रेस नेताओं का जोर अपने बड़े-बड़े चुनावी वादों को दोहराने पर रहा।
कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव प्रचार आज तब बेहद गर्मा गया जब भाजपा ने एक साथ अपने कई बड़े नेताओं को चुनाव प्रचार में उतार दिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदि ने जहां भाजपा के पक्ष में प्रचार कर समां बांध दिया वहीं कांग्रेस की ओर से प्रचार की कमान मुख्य रूप से पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने संभाली। भाजपा की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा पिछले काफी समय से यहां चुनाव प्रचार कर ही रहे हैं साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी दो दर्जन से ज्यादा रैलियां और रोड शो इस चुनावी राज्य में होने वाले हैं। इसके अलावा फिल्म अभिनेता किच्चा सुदीप भी लगातार भाजपा के लिए रोड शो कर मतदाताओं को आकर्षित कर रहे हैं।
वैसे, आज की चुनावी रैलियों की खास बात यह रही कि भाजपा नेताओं ने जहां अपने प्रचार के दौरान मुस्लिम आरक्षण खत्म करने के मुद्दे को जोरशोर से उठाया वहीं कांग्रेस नेताओं का जोर अपने बड़े-बड़े चुनावी वादों को दोहराने पर रहा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि उसने सत्ता में आने के लिए ‘मजहब’ का इस्तेमाल किया। राजनाथ सिंह ने विपक्षी पार्टी को कर्नाटक की सत्ता में रहने के दौरान धार्मिक आधार पर चार प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था करने के लिए भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि यह केवल मुस्लिमों के तुष्टिकरण के लिए किया गया था। बेलगावी जिले के कागवाड़ में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ''भारत के इतिहास में अगर कोई पार्टी है जिसने सत्ता में आने के लिए ‘धर्म’ या कहें कि ‘मजहब’ का सहारा लिया है तो वह कांग्रेस है।’’
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दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के मांड्या जिले में रोड शो किया। उसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक ओर डबल इंजन की सरकार PFI को बैन करती है और दूसरी ओर कांग्रेस तुष्टिकरण का काम करती है, उन्हें धर्म के आधार पर आरक्षण देने का काम करती है। उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण भारत के संविधान के विपरीत है, असंवैधानिक है।
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कर्नाटक के बेलगावी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार में आज कर्नाटक भारत के विकास का इंजन बना है। भाजपा की सरकार आए तो PFI पर प्रतिबंध लग जाए लेकिन सिद्धारमैया मुख्यमंत्री बने तो PFI वालों को छोड़ने का पाप करें। उन्होंने कहा कि ये आतंकवाद और आतंकवादियों का साथ देने का काम करते हैं।
दूसरी ओर, श्रृंगेरी में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि जब इंदिरा गांधी का सबसे मुश्किल संघर्ष का समय था तो यहां की जनता उनके साथ खड़ी रही। उनके खिलाफ भी एक केस लगाया गया और उनको भी संसद से निकाला गया, आप उन्हें संसद में वापस लाए। उन्होंने कहा कि आज उनके पोते राहुल गांधी पर उसी तरह से फर्जी केस डालकर संसद से निकाल दिया गया है और राहुल गांधी को पूरा विश्वास है कि इस देश की जनता हमारे साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि हम सच्चाई के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हम आपको बता दें कि चुनावी सभा से पहले प्रियंका गांधी ने श्रृंगेरी शारदा पीठ में दर्शन किए। वह मैसुरु की मशहूर डोसे की दुकान ‘मायलारी होटल’ भी गईं जहां उन्होंने डोसा बनाने में अपना हाथ आजमाया।
प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में चुनावी वादे नहीं किए हैं, बल्कि गारंटी दी है तथा सरकार बनने के बाद इस पर अमल शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कांग्रेस की चुनावी ‘गारंटी’ का उल्लेख भी किया। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस द्वारा घोषित चुनावी ‘गारंटी’ में कहा गया है कि ‘गृह ज्योति’ के तहत हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली, ‘गृह लक्ष्मी’ योजना के तहत परिवार की प्रत्येक प्रमुख महिला को 2,000 रुपये प्रति माह, ‘अन्न भाग्य’ के तहत बीपीएल परिवार के प्रत्येक सदस्य को हर महीने 10 किलोग्राम चावल की पेशकश की जाएगी। इसके अलावा ‘युवा निधि’ के तहत बेरोजगार स्नातकों को प्रति माह 3,000 रुपये तथा डिप्लोमा धारकों को दो साल के लिए 1,500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे।
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