राजनीतिक उठा पटक पर बोली भाजपा- इस सरकार का चले जाना ही राजस्थान के हित में
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Jul 13 2020 7:58PM
उन्होंने कहा कि राज्य में इस कांग्रेस सरकार की बुनियाद अंतर्कलह एवं अंतरविरोध है और मौजूदा घटनाक्रम से कांग्रेस की फूट भी उजागर हो गयी है। पूनियां ने गहलोत सरकार पर अपने वादों पर खरा नहीं उतरने का भी आरोप लगाया।
जयपुर। राजस्थान में जारी राजनीतिक उठा पटक के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कहा कि मौजूदा अशोक गहलोत सरकार का चले जाना ही राज्य की जनता के हित में है। इसके साथ ही पार्टी ने गहलोत सरकार पर अपने वादों पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगाया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी की सरकार राजस्थान के लोगों के मन से उतर गयी है। आज भी यह सरकार बहुमत की सरकार नहीं कही जा सकती ... निरपेक्ष बहुमत की सरकार नहीं थी .. (पिछले विधानसभा चुनाव के बाद उसके पास)केवल 99 सीटें थीं, (फिर) दो उपचुनाव जीते और उसके बाद का घटनाक्रम सबके सामने है। यह सरकार चले जाना ही राजस्थान की जनता के हित में है।’’
उन्होंने कहा कि राज्य में इस कांग्रेस सरकार की बुनियाद अंतर्कलह एवं अंतरविरोध है और मौजूदा घटनाक्रम से कांग्रेस की फूट भी उजागर हो गयी है। पूनियां ने गहलोत सरकार पर अपने वादों पर खरा नहीं उतरने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा,‘‘... राजस्थान सरकार पौने दो साल में अपने किसी वादे पर खरा नहीं उतरी। उसने एक भी काम नहीं किया... सिर्फ लीपापोती व बयानबाजी के। पूरे पौने दो साल तक पूरी सरकारी मशीनरी अशोक गहलोत की सरकार को बचाने में लगी रही। उससे यह साफ है कि यह सरकार लोगों के मन से भी उतर गयी और बहुमत का जो आंकड़ा था वह केवल बनावटी आंकड़ा दिखता है। मुझे लगता है कि अभी कुछ पर्दे के पीछे हैं बहुत कुछ होना बाकी है। मन से उतरी हुई सरकार मुझे लगता है कि ज्यादा दिन चलती नहीं।’’#Rajasthan BJP president Satish Poonia: Congress govt has lost people's confidence. It should go in public interest. The state govt failed to keep its promises made to people.
— Press Trust of India (@PTI_News) July 13, 2020
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उपमुख्यमंत्री एवंप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के बागी तेवर अपनाने के बीच भावी राजनीतिक संभावनाओं के बारे में पूनियां ने कहा, ‘‘ हम अपनी पस्थितियों को देखेंगे। क्या परिस्थितियां बनती हैं। उन परिस्थितियों के आधार पर कोई न कोई सकारात्मक फैसला करेंगे।’’ उन्होंने कहा,‘‘हमारे सारे विकल्प खुले हैं लेकिन हम लोग आलाकमान के निर्देशों से बंधें हैं। जिस तरह का वे निर्देश देंगे हम उनकी पालना करेंगे।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
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