सारे संशोधन हटाए जाएंगे जो संविधान के खिलाफ हैं, धर्मांतरण विरोधी कानून को रद्द करने के फैसले पर बोले कर्नाटक के गृह मंत्री
भाजपा सरकार द्वारा पेश किए गए धर्मांतरण विरोधी कानून को रद्द करने के कर्नाटक कैबिनेट के फैसले पर राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार द्वारा संशोधन लाया गया जो संविधान के अनुच्छेद 25 के ख़िलाफ़ है।
कर्नाटक मंत्रिमंडल ने भारतीय जनता पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार द्वारा लाए गए धर्मांतरण रोधी कानून को निरस्त करने का फैसला किया। भाजपा ने सरकार के इस फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस को नयी मुस्लिम लीग करार दिया। वहीं अब भाजपा सरकार द्वारा पेश किए गए धर्मांतरण विरोधी कानून को रद्द करने के कर्नाटक कैबिनेट के फैसले पर राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार द्वारा संशोधन लाया गया जो संविधान के अनुच्छेद 25 के ख़िलाफ़ है।
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जी परमेश्वर ने कहा कि हमने बस उस संशोधन को हटाया है। हमारी सरकार संविधान को मानती है। वह सारे संशोधन हटाए जाएंगे जो संविधान के ख़िलाफ़ हैं। बता दें कि सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने पिछली भाजपा सरकार द्वारा राज्य में पेश किए गए धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून को रद्द करने का फैसला किया है। राज्य के कानून और संसदीय मामलों के मंत्री एचके पाटिल ने कहा कि प्रस्ताव को आज राज्य कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। इसे बदलने के लिए एक विधेयक बाद में सितंबर में राज्य विधानसभा में पेश किया गया था।
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बीजेपी ने दी तीखी प्रतिक्रिया
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीआर पाटिल ने ट्विटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि राहुल गांधी क्या यह मोहब्बत की दुकान है? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया का हिंदू विरोधी एजेंडा सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि क्या आप चाहते हैं कि हिंदुओं का सफाया हो जाए? विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि धर्मांतरण रोधी कानून को निरस्त करने के कर्नाटक सरकार के फैसले से उसका हिन्दू विरोधी एवं राष्ट्र विरोधी चेहरा उजागर हुआ है।
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