अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ‘वामपंथी हिंसा’ के खिलाफ डीयू में निकाला मार्च
प्रदर्शनकारी सीएए के पक्ष में और वामदलों के विरोध में नारे लगा रहे थे। डुसू की संयुक्त सचिव शिवांगी खरवाल ने कहा कि विद्यार्थी जेएनयू में लाल आतंक के खिलाफ जुटे थे। हमें दिल्ली पुलिस पर पूरा विश्वास है। जिन लोगों की दिल्ली पुलिस ने पहचान की है, वे अभाविप के सदस्य नहीं हैं।
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने कथित वाम हिंसा की निंदा करते हुए और संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) का समर्थन करते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में विद्यार्थियों का एक बड़ा का मार्च निकाला। यह मार्च दोपहर डेढ़ बजे डीयू के कला संकाय से निकाला गया।
जेएनयू में हुए लेफ्ट प्रायोजित हिंसा के विरोध एवं CAA के समर्थन में डीयू में छात्रों का विशाल मार्च - @RChhatraShakti #LeftBehindJNUViolence https://t.co/qlS0XOYzYc
— ABVP (@ABVPVoice) January 11, 2020
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डुसू) के अध्यक्ष अक्षित दहिया ने कहा, ‘‘ आज का मार्च सीएए के समर्थन में है। यह मार्च उन लोगों के विरूद्ध भी है जो विद्यार्थियों के अकादमिक कैलेंडर को बाधित करने के लिए परीक्षाओं और कक्षाओं का बहिष्कार करने का प्रयास कर रहे हैं। यह उस हिंसा के खिलाफ है जो पांच जनवरी को जेएनयू में हुई।’’
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प्रदर्शनकारी सीएए के पक्ष में और वामदलों के विरोध में नारे लगा रहे थे। डुसू की संयुक्त सचिव शिवांगी खरवाल ने कहा, ‘‘ विद्यार्थी जेएनयू में लाल आतंक के खिलाफ जुटे थे। हमें दिल्ली पुलिस पर पूरा विश्वास है। जिन लोगों की दिल्ली पुलिस ने पहचान की है, वे अभाविप के सदस्य नहीं हैं।’’
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