बिहार विधानसभा उपचुनाव की मोकामा और गोपालगंज सीटों पर 52.38 फीसदी मतदान

Elections
प्रतिरूप फोटो
Google Creative Commons

मोकामा सीट राजद विधायक अनंत सिंह को शस्त्र अधिनियम के एक मामले में दोषी ठहराए जाने पर अयोग्य करार दिए जाने के बाद खाली हुई थी जबकि गोपालगंज में उपचुनाव भाजपा विधायक सुभाष सिंह की मृत्यु के बाद आवश्यक हो हो गया था।

बिहार विधानसभा की दो सीटों के लिए संपन्न उपचुनाव में बृहस्पतिवार को करीब 52.38 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। दोनों विधानसभा क्षेत्र में कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बिहार में सत्तारूढ़ ‘महागठबंधन’ की सबसे बडी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)के बीच है। मतों की गिनती छह नवंबर को होगी।

मोकामा सीट राजद विधायक अनंत सिंह को शस्त्र अधिनियम के एक मामले में दोषी ठहराए जाने पर अयोग्य करार दिए जाने के बाद खाली हुई थी जबकि गोपालगंज में उपचुनाव भाजपा विधायक सुभाष सिंह की मृत्यु के बाद आवश्यक हो हो गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दो महीने पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से बाहर निकलने के बाद भाजपा और प्रदेश में सत्तारूढ़ महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राजद के लिए इस उपचुनाव को प्रदेश में सत्ता समीकरण बदलने के बाद के पहले शक्ति परीक्षण के तौर पर देखा जा रहा है।

राजद के लिए जहां अपनी मोकामा विधानसभा सीट बरकरार रखने की चुनौती है, वहीं गोपालगंज सीट वह चार बार से जीत रही भाजपा से छीनने की कोशिश कर रही है। दूसरी ओर भाजपा ने मोकामा सीट राजद से छीनने के लिए अपनी सारी शक्ति झोंक दी थी और उसके समक्ष अपनी गोपालगंज सीट बचाने की चुनौती भी है।

बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एच आर श्रीनिवास ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कडी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। शाम छह बजे मतदान की समय सीमा समाप्त होने के बाद 52.38 प्रतिशत (मोकामा में 53.45 प्रतिशत और गोपालगंज में 51.48 प्रतिशत) मतदान दर्ज किया गया। लेकिन यह आंकड़ा अंतिम नहीं है।’’

उन्होंने आगे कहा कि मतदान के दौरान किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है, कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण रहा। श्रीनिवास ने बताया, ‘‘2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में मोकामा में 54.01 प्रतिशत और गोपालगंज में 55.03 प्रतिशत मतदान हुआ था।’’ मोकामा विधानसभा क्षेत्र में 2.81 लाख से अधिक मतदाता पंजीकृत हैं जबकि गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 3.31 लाख से अधिक है।

दोनों विधानसभा क्षेत्रों में सुचारू रूप से मतदान संपन्न कराने के लिए कुल 619 (मोकामा में 289 और गोपालगंज में 330) मतदान केंद्र बनाए गए थे।मोकामा सीट से राजद की नीलम देवी और भाजपा की सोनम देवी सहित कुल छह प्रत्याशी चुनावी मैदान हैं, जिनके भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद हो गया है। गोपालगंज से कुल नौ प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं जिनमें राजद, भाजपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अलावा असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रत्याशी भी शामिल हैं।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा, ‘‘मतदान ड्यूटी में लगे अधिकारियों को भी मामूली शिकायतें मिलीं (गोपालगंज से एक और मोकामा से 14) जिनका तुरंत समाधान किया गया।’’ उन्होंने बताया कि मोकामा में मतदान ड्यूटी में लगाए गए एक सरकारी अधिकारी संजय कुमार की बृहस्पतिवार को तड़के मतदान शुरू होने से पहले, हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई।

इन निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए किए गए सुरक्षा प्रबंधों के बारे में विवरण देते हुए अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जेएस गंगवार ने कहा, ‘‘सुरक्षा कर्मियों की लगभग 34 कंपनियां मतदान ड्यूटी में लगी हुई थीं। पुलिस ने सात हथियार और कुछ कारतूस भी बरामद किए हैं।’’ उन्होंने बताया कि इसके अलावा बृहस्पतिवार को चुनाव ड्यूटी के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा 177 लंबित गैर जमानती वारंट भी निष्पादित किए गए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़