हरिद्वार में 5 मदरसों को सील किया गया, नहीं थे रजिस्टर्ड

सरकार की ओर से जारी एक संदेश में कहा अवैध मदरसों, अनधिकृत धार्मिक स्थलों और अतिक्रमणों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे शहरों में अपंजीकृत मदरसों की सूचना मिली है और ऐसे अनधिकृत संस्थान गंभीर सुरक्षा चिंता का विषय हैं।
उत्तराखंड के हरिद्वार में आज जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 5 गैर रजिस्टर्ड मदरसों को सील कर दिया है। हरिद्वार की तहसीलदार प्रियंका रानी ने बताया कि हरिद्वार में स्थित इन मदरसों का टीम ने निरीक्षण किया और पाया कि ये सभी रजिस्टर्ड नहीं थे। इसके बाद पांचों मदरसों को अफसरों ने सील कर दिया।
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सरकार की ओर से जारी एक संदेश में कहा अवैध मदरसों, अनधिकृत धार्मिक स्थलों और अतिक्रमणों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे शहरों में अपंजीकृत मदरसों की सूचना मिली है और ऐसे अनधिकृत संस्थान गंभीर सुरक्षा चिंता का विषय हैं। नवरी में एम ने सत्यापन अभियान चलाने का आदेश दिया था और जिला प्रशासन मदरसों का सर्वेक्षण कर रहा है ताकि उनके वित्तीय स्रोतों सहित विभिन्न पहलुओं का पता लगाया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि उधम सिंह नगर में सरकार ने 64 मदरसों को सील किया है, देहरादून में 44, हरिद्वार में 26 और पौड़ी गढ़वाल में दो।
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जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राज्य सचिव खुर्शीद अहमद ने दावा किया कि यह काम अवैध है क्योंकि इन संस्थानों को बंद करने से पहले प्रबंधकों को नोटिस नहीं दिया जाता है। इस तरह के बड़े पैमाने पर अभियान के लिए, सरकार को एक आदेश पारित करने की आवश्यकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। सीलिंग रमजान के दौरान हो रही है जब बच्चे अपने घरों में हैं। साल के अंत में होने वाली परीक्षाओं के बाद कई संस्थान बंद हो गए थे। यह देखने की जरूरत है कि क्या बच्चे स्थानांतरित होने पर अन्य स्कूलों और पाठ्यक्रम के साथ तालमेल बिठा पाएंगे।
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