स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है (व्यंग्य)
बात बहुत पुरानी है। एक राजा साहब इलाज के लिए विदेश गये। बीमारी लम्बी थी, अतः साल भर लग गया। वापसी पर उन्हें लेने गाड़ी के साथ जो दरबारी गया, वह बहुत समझदार था। राजा साहब ने उससे ही बात शुरू कर दी।
बात बहुत पुरानी है। एक राजा साहब इलाज के लिए विदेश गये। बीमारी लम्बी थी, अतः साल भर लग गया। वापसी पर उन्हें लेने गाड़ी के साथ जो दरबारी गया, वह बहुत समझदार था। राजा साहब ने उससे ही बात शुरू कर दी।
- क्या हाल हैं राज्य के ?
- रानी साहिबा को दिल का दौरा पड़ा है। सो वे महीने भर से अस्पताल में हैं। बाकी सब ठीक है मालिक।
- क्यों, उन्हें दिल का दौरा क्यों पड़ा ?
- वे राजकुंवर की मौत का दुख बर्दाश्त नहीं कर सकीं; लेकिन अब सब ठीक है मालिक।
- राजकुंवर की मौत..; वो कैसे हुई ?
- जी वो शिकार खेलने जिस घोड़े पर गये थे, लंगड़ा होने की वजह से दौड़ते हुए वह लड़खड़ा गया। इससे राजकुंवर गिर गये और शेर ने उन्हें फाड़ डाला; पर बाकी सब ठीक है।
- लेकिन उनका घोड़ा तो बहुत अच्छी किस्म का अरबी घोड़ा है। वो लंगड़ा कैसे हो गया ?
- असल में राजा साहब आपके अस्तबल में आग लग गयी थी। उसमें सारे घोड़े जल कर मर गये। इसलिए राजकुंवर मेरा लंगड़ा घोड़ा लेकर ही शिकार पर चले गये; पर बाकी सब ठीक है।
- पर अस्तबल में आग कैसे लगी ?
- आग तो पूरे महल में ही लगी थी। महल तो आधा बच गया; पर अस्तबल नहीं बच सका। लेकिन आप परेशान न हों। बाकी सब ठीक है।
इस कहानी का कोई अंत नहीं है। अपनी कल्पना के अनुसार आप इसे कहीं तक भी बढ़ा सकते हैं। बस, ऐसा ही कुछ हमारे देश का पुलिस और प्रशासन विभाग है। उसे भी बात-बात में यह कहने की आदत है कि कुल मिलाकर स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।
भारत एक बहुत बड़ा और विविधता से परिपूर्ण देश है। अतः हर दिन कहीं न कहीं झगड़े और झंझट, तनाव और चुनाव, दंगा और मारपीट होती ही रहती है। समय से पहुंचें या देर से, पर अपना कर्तव्य निभाने के लिए पुलिस और प्रशासन के लोग भी वहां जाते ही हैं।
फिर उनकी ओर से जो वक्तव्य जारी होता है, उसके अंत में एक वाक्य जरूर होता है कि स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। कई पत्रकार तो समाचार बनाने के लिए अधिक सिर खपाना भी उचित नहीं समझते। वे बस मृत्यु और घायलों की संख्या के आंकड़े लेकर अंत में लिख देते हैं कि कुल मिलाकर स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। कुछ बानगी देखिये।
1. शांतिनगर में दंगा। चार मरे 14 घायल। अब स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।
2. दयापुर में गोकशी के कारण तनाव। 40 गिरफ्तार। स्थिति तनावपूर्ण, पर नियंत्रण में है।
3. झग्गड़पुर में दो गुटों में झगड़ा। आगजनी से पूरा बाजार स्वाहा। सैकड़ों गिरफ्तार। स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।
4. रेल दुर्घटना में 10 मरे। 250 घायल। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका। पर स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।
देश ही नहीं, दुनिया भर में प्रचलित इस वाक्य का आविष्कार जिसने भी किया, वह बधाई का पात्र है। यदि वह जीवित हो, तो उसे कोई बड़ा पुरस्कार अवश्य मिलना चाहिए।
-विजय कुमार
अन्य न्यूज़