Uzbekistan Cough Syrup Death | WHO ने जारी किया अलर्ट, भारतीय कंपनी मैरियन बायोटेक के कफ सिरप बच्चों को न पिलाएं

Uzbekistan Cough Syrup Death
Pixabay free license
रेनू तिवारी । Jan 12 2023 11:16AM

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सिफारिश की है कि नोएडा की कंपनी मैरियन बायोटेक द्वारा बनाए गए दो कफ सिरप बच्चों को नहीं दिए जाने चाहिए। डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा, भारत के मैरियन बायोटेक द्वारा बनाए गए कफ सिरप का इस्तेमाल बच्चों के लिए नहीं किया जाना चाहिए।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सिफारिश की है कि नोएडा की कंपनी मैरियन बायोटेक द्वारा बनाए गए दो कफ सिरप बच्चों को नहीं दिए जाने चाहिए। डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा, भारत के मैरियन बायोटेक द्वारा बनाए गए कफ सिरप का इस्तेमाल बच्चों के लिए नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि दवा के तार उज्बेकिस्तान में 19 मौतों से जुड़े थे। बयान में कहा गया कि दो उत्पाद AMBRONOL सिरप और DOK-1 मैक्स सिरप हैं। दोनों उत्पादों के घोषित निर्माता Marion Biotech (उत्तर प्रदेश, भारत) हैं। प्रयोगशाला विश्लेषण में पाया गया कि दोनों उत्पादों में डायथिलीन ग्लाइकोल और एथिलीन की अस्वीकार्य मात्रा थी।

इसे भी पढ़ें: जी20 सम्मेलन भारत के लिए अपनी क्षमताओं के प्रदर्शन का ‘शानदार अवसर’ : पीयूष गोयल

दिसंबर में, उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि एक भारतीय दवा कंपनी द्वारा निर्मित दवाओं का सेवन करने के बाद देश में कम से कम 18 बच्चों की जान चली गई है।  डब्ल्यूएचओ ने अपनी वेबसाइट पर जारी अलर्ट में कहा है कि यह डब्ल्यूएचओ मेडिकल प्रोडक्ट अलर्ट दो घटिया (दूषित) उत्पादों को संदर्भित करता है, उज्बेकिस्तान में पहचाना गया और 22 दिसंबर, 2022 को डब्ल्यूएचओ को रिपोर्ट किया गया। घटिया चिकित्सा उत्पाद ऐसे उत्पाद हैं जो गुणवत्ता मानकों या विशिष्टताओं को पूरा करने में विफल होते हैं और इसलिए विनिर्देश से बाहर होते हैं।

इसे भी पढ़ें: Kapurthala encounter में मारे गए कांस्टेबल के नाम पर होगा सड़क, स्टेडियम का नामकरण : भगवंत मान

डब्ल्यूएचओ अलर्ट में कहा गया है, इन दोनों उत्पादों के क्षेत्र में अन्य देशों में विपणन प्राधिकरण हो सकते हैं। उन्हें अनौपचारिक बाजारों के माध्यम से अन्य देशों या क्षेत्रों में भी वितरित किया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि 'इस अलर्ट में संदर्भित घटिया उत्पाद असुरक्षित हैं और विशेष रूप से बच्चों में उनके उपयोग से गंभीर चोट या मृत्यु हो सकती है।

उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत से जुड़ी मैरियन बायोटेक कंपनी का उत्पादन लाइसेंस निलंबित कर दिया है। गौतम बौद्ध नगर ने कहा, "पर्याप्त दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराने के बाद हमने मैरियन बायोटेक कंपनी के उत्पादन लाइसेंस को निलंबित कर दिया है। निरीक्षण के दौरान मांगे गए दस्तावेजों के आधार पर राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरण द्वारा कारण बताओ नोटिस भी दिया गया था, जो उन्होंने प्रदान नहीं किया। यह महीनों के बाद आता है जब डब्ल्यूएचओ ने एक भारतीय दवा निर्माता, मेडेन फार्मा द्वारा निर्मित चार "दूषित" कफ सिरप के लिए अलर्ट जारी किया था, जो गाम्बिया में तीव्र गुर्दे की चोटों और 66 बच्चों की मौत के साथ "संभावित रूप से जुड़े" हैं।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़