व्हाइट हाउस के टॉप अधिकारियों ने ठंडे बस्ते में डाली CDC रिपोर्ट: दस्तावेज
व्हाइट हाउस के शीर्ष अधिकारियों ने सीडीसी की रिपोर्ट ठंडे बस्ते में डाली। ‘‘अमेरिका को पुन: खोलने संबंधी रूपरेखा के क्रियान्वयन के लिए दिशा-निर्देश’’ शीर्षक वाले दस्तावेजों को लॉकडाउन हटाने या नहीं हटाने के संबंध में फैसला करने के लिए नेताओं की मदद करने के मकसद से तैयार किया गया था।
गैन्जविल (अमेरिका)। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच लागू लॉकडाउन को समाप्त करने या नहीं करने के संबंध में देश के शीर्ष रोग नियंत्रण विशेषज्ञों की विस्तृत सलाह को ठंडे बस्ते में डालने का फैसला व्हाइट हाउस के शीर्ष अधिकारियों ने किया था। सरकार के आंतरिक ईमेलों से इस बात का खुलासा हुआ है। इन ईमेल से पता चलता है कि जब एपी ने बंद खोलने के लिए दिशा-निर्देश संबंधी दस्तावेज को दबा दिए जाने की बृहस्पतिवार को खबर दी थी तो उसके बाद ट्रम्प प्रशासन ने इसके अहम पहलुओं को त्वरित मंजूरी देने के आदेश भी दिए। ‘द एसोसिएटिड प्रेस’ को प्राप्त हुए ईमेल दर्शाते हैं कि रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) में देश के शीर्ष जनस्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कई सप्ताहों की मेहनत के बाद दिशा-निर्देश तैयार किए, ताकि जन स्वास्थ्य आपात से निपटने में देश की मदद की जा सके, लेकिन व्हाइट हाउस के शीर्ष अधिकारियों ने उचित कारण दिए बिना ही उनके काम को खारिज कर दिया।
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‘‘अमेरिका को पुन: खोलने संबंधी रूपरेखा के क्रियान्वयन के लिए दिशा-निर्देश’’ शीर्षक वाले दस्तावेजों को लॉकडाउन हटाने या नहीं हटाने के संबंध में फैसला करने के लिए नेताओं की मदद करने के मकसद से तैयार किया गया था। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कायलीग मैकनेनी ने शुक्रवार को कहा था कि इन दस्तावेजों को सीडीसी के निदेशक रॉबर्ट रेडफील्ड ने मंजूरी ही नहीं दी थी, लेकिन नए ईमेल दर्शाते हैं कि रेडफील्ड ने इन्हें स्वीकृति दे दी थी। इसके बावजूद इसे 30 अप्रैल को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। रेडफील्ड ने 10 अप्रैल को ही दिशा-निर्देश अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के निकट सहयोगियों के साथ साझा किए थे। तीन दिन बाद सीडीसी के प्रबंधन ने 60 पन्नों की रिपोर्ट व्हाइट हाउस के प्रबंधन एवं बजट कार्यालय को भेजी थी। ऐसा अकसर तभी किया जाता है, जब एजेंसियां उनके द्वारा स्वीकृत दस्तावेजों को व्हाइट हाउस की अंतिम मंजूरी के लिए भेजती हैं। एक सूत्र ने अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि दस्तावेजों के अनुसार सीडीसी ने दिशा-निर्देशों को मंजूरी दिए जाने के बारे में कई बार जानकारी मांगी, लेकिन 30 अप्रैल को सीडीसी के दस्तावेजों को बिना कोई उचित कारण बताए खारिज कर दिया गया।
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