जयशंकर ने कहा कि दुनिया भारत को वैश्विक समस्याओं को हल करने वाले देश के रूप में देखती है
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘आज भारत को एक मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में देखा जाता है, एक ऐसे देश के रूप में जो दुनिया के सामने आने वाली समस्याओं को हल करने में योगदान देता है।’’
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत को आज एक मजबूत अर्थव्यवस्था और दुनिया की समस्याओं को हल करने में योगदान देने वाले देश के रूप में देखा जाता है। साइप्रस में शुक्रवार को प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि दुनिया को भारत से काफी उम्मीदें हैं। विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘आज भारत को एक मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में देखा जाता है, एक ऐसे देश के रूप में जो दुनिया के सामने आने वाली समस्याओं को हल करने में योगदान देता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत को एक ऐसे देश के रूप में देखा जाता है जो स्वतंत्र है, जिसमें जब खड़े होने की जरूरत होती है, तो उसके पास खड़े होने का साहस है।
हमारे पास लोगों को एक मेज पर लाने की क्षमता है।’’ साइप्रस की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के अंतिम चरण में जयशंकर ने कहा कि भारत जी-20 की अध्यक्षता इस तरह संभालेगा कि दुनिया देश की विविधता को समझेगी और उसकी सराहना करेगी। भारत ने एक दिसंबर को औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की। जयशंकर ने कहा कि विदेशों में रहने वाले और तीन-चार साल के अंतराल के बाद देश की यात्रा करने वाले भारतीयों को एक ‘‘बदला हुआ’’ भारत देखने को मिल रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड एक कठिन अनुभव रहा है। हम न केवल कोविड से निपटे हैं, बल्कि एक बेहतर स्वास्थ्य प्रणाली, बेहतर वितरण प्रणाली, बेहतर सामाजिक-डिजिटल वितरण के साथ, वित्तीय या खाद्य सहायता मुहैया कराते हुए महामारी से बाहर आए हैं।’’ उन्होंने रेखांकित किया, ‘‘भारत में वह दौर बीत चुका है, जहां लोगों को अपनी देखभाल खुद करने के लिए छोड़ दिया जाता था, आज विदेशों में रहने वाले लोगों को उस बदलाव की सराहना करनी चाहिए और उसे समझना चाहिए।’’
जयशंकर ने कहा कि भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक सुधार किए। बड़े सुधारों में बैंकिंग प्रणाली, क्रेडिट नीति में बदलाव, सेवा क्षेत्र को सहयोग, छोटे और मध्यम स्तर के व्यवसाय, श्रम सुधार और शिक्षा सुधार शामिल हैं। जयशंकर ने कहा कि जब से नरेंद्र मोदी नीत सरकार (2014 में) सत्ता में आई है, उसने यह स्पष्ट कर दिया है कि ‘‘विदेश में रहने वाले भारतीय मातृभूमि के लिए ताकत का एक बड़ा स्रोत रहे हैं।’’ मंत्री ने कहा कि पिछले सात या आठ वर्षों में, दुनिया में जहां भी भारतीय मुश्किल में थे, भारत सरकार उनकी मदद के लिए पहुंच गई।
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