सर्दियों में बढ़ जाता है लकवे का खतरा, सुबह कंबल से निकालते समय इन चीजों का रखें ध्यान

paralysis increases in winter
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सर्दियों के मौसम में कुछ बीमारियों का हमेशा खतरा बना रहता है। अगर इन बीमारियों पर ध्यान नहीं दिया तो यह जानलेवा भी हो सकती है। इन्हीं बीमारी में से एक है लकवा। सर्दियों के दौरान रात 3 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक स्ट्रोक का खतरा बना रहता है। ऐसे में आपको सावधानी बरतने की काफी जरुरत है। आइए आपको बताते हैं कैसे सावधनियां बरतें।

ठंड का मौसम अपने साथ कई बीमारियां लेकर आता है। सर्दियों में जब शीतलहर होती है तो खांसी, सर्दी जुकाम, गले में संक्रमण और फ्लू के अलावा अस्थमा, हार्ट अटैक और लकवा के मामले अधिक बढ़ जाते है। इस मौसम में डॉक्टर भी लोगों को शाम को बाहर जाने का मना करते हैं। इस मौसम में बच्चे, बुजुर्गों के साथ ही डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और दिल के मरीज भी सावधान रहें। आइए आपको जानते हैं कैसे ठंड के मौसम में लकवे को खतरे को दूर करें।

कंबल से निकालते इन बातों का रखें ध्यान

लकवे का खतरे को कम करने के लिए आप जब भी सुबह रजाई या कंबल से एकदम बाहर ना निकलें। इस मौसम में खून गाढ़ा हो जाता है। इस कारण से दिल या दिमाग तक खून का प्रवाह रुक सकता है। जो ह्रदय घात और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ा देता है। जब भी आप सुबह उठकर बिस्तर छोड़ने से आधा घंटा पहले तक बैठे रहें। इसके बाद अपने पैर एक मिनट तक लटकाए रखें। जब भी आप बिस्तर से उठे तो आप खुद को गर्म कपड़ों से कवर किया हुआ हो। 

नहाते समय ना करें ये गलतियां

ठंड के दौरान सर्दियों में गुनगुने पानी से नहाएं। ध्यान रहे कि लकवे के खतरे को कम करने के लिए हमेशा सबसे पहले अपने पैरों पर पानी डालना चाहिए। इसके बाद शरीर के अन्य हिस्सों पर पानी डालें। अगर आप सीधा सिर पर पानी डालते हैं तो स्ट्रोक या लकवे का खतरा बढ़ जाता है।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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