महाशिवरात्रि से लेकर सोमवती अमावस्या तक, फरवरी माह में मनाएं ये खास व्रत और त्योहार
हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी कहा जाता है। इस साल जया एकादशी फरवरी माह के पहले दिन अर्थात् एक फरवरी को है। जया एकादशी को बेहद ही पवित्र माना गया है।
इस साल फरवरी के महीने की शुरुआत बेहद ही खास दिन के साथ हो रही है। इस बार फरवरी के माह के पहले दिन जया एकादशी मनाई जाएगी। इतना ही नहीं, फरवरी महीने में अन्य भी कई खास व्रत व त्योहार हैं, जिनका अपना एक अलग महत्व है। महाशिवरात्रि से लेकर सोमवती अमावस्या तक, भक्तगण इस माह अपने आराध्य की भक्ति में लीन नजर आएंगे। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको फरवरी माह के कुछ प्रमुख व्रत व त्योहारों के बारे में बता रहे हैं-
जया एकादशी- 1 फरवरी 2023 (बुधवार)
हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी कहा जाता है। इस साल जया एकादशी फरवरी माह के पहले दिन अर्थात् एक फरवरी को है। जया एकादशी को बेहद ही पवित्र माना गया है। इस दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है और व्रत रखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन अगर व्रत रखा जाता है, तो इससे व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है। इतना ही नहीं, इससे व्यक्ति को कभी भी पिशाच या प्रेत योनि में नहीं जाना पड़ता। मृत्यु के बाद उसके मोक्ष का मार्ग खुलता है।
प्रदोष व्रत- 2 फरवरी 2023 (गुरुवार)
प्रदोष व्रत विशेष रूप से महादेव शिव और पार्वती के लिए रखा जाता है। इस खास दिन पर शिव-पार्वती के पूजन की परंपरा है। इस साल प्रदोष व्रत 2 फरवरी को है। ऐसा माना जाता है कि अगर इस दिन व्यक्ति अगर पूरे मन व भक्ति से पूजन करता है तो इससे ना केवल उनका दांपत्य जीवन बेहद खुशहाल होता है। साथ ही साथ, कर्ज और जीवन की अन्य परेशानियों से भी मुक्ति मिलती है।
माघ पूर्णिमा, गुरु रविदास जयंती, ललिता जयंती-5 फरवरी 2023 (रविवार)
5 फरवरी का दिन कई मायनों में खास है। इस दिन ना केवल माघ पूर्णिमा है, बल्कि ललिता जयंती भी मनाई जाएगी। सनातन परंपरा में माना जाता है कि माघ पूर्णिमा के दिन पवित्र स्नान करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है। साथ ही, माघ के महीने में दान करने से भी व्यक्ति को बहुत अधिक पुण्य मिलता है। वहीं, ललिता जयंती के दिन मां ललिता देवी की पूरी श्रद्धा के साथ भक्ति की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन अगर मां ललिता देवी का पूजन किया जाता है तो इससे व्यक्ति के जीवन में हमेशा ही सुख शांति एवं समृद्धि बनी रहती है।
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द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी- 9 फरवरी 2023 (गुरुवार)
संकष्टी चतुर्थी का विशेष दिन प्रथमपूज्य गणपति को समर्पित होता है। इस खास दिन भगवान गणेश का पूजन किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि संकष्टी चतुर्थी के दिन विघ्नहर्ता गणेश का पूजन करने से व्यक्ति के जीवन के सभी संकट दूर होते हैं और उनके जीवन में सुख व समृद्धि आती है।
यशोदा जयंती- 12 फरवरी 2023 (रविवार)
श्रीकृष्ण भक्तों के लिए यशोदा जयंती का दिन बेहद ही विशेष होता है। यह खास दिन श्रीकृष्ण की पालनहारी मां यशोदा की जयंती है। यह दिन मां और पुत्र के संबंधों को मजबूत करता है। इस दिन माताएं अपने संतान के सुखी जीवन और उनकी सुरक्षा के लिए व्रत रखती हैं।
कुंभ संक्रांति, शबरी जयंती, कालाष्टमी-13 फरवरी 2023 (सोमवार)
ग्रहों की चाल का असर व्यक्ति के जीवन पर अपना गहरा प्रभाव डालती हैं। सूर्य हर महीने अपनी राशि बदलते हैं। फरवरी माह में सूर्य देव एक राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करते हैं। इसे कुंभ संक्रांति कहा जाता है।
महाशिवरात्रि- 18 फरवरी 2023 (शनिवार)
महाशिवरात्रि का यह त्योहार बेहद ही विशेष है। इसे शिव और शक्ति के मिलन का दिन माना जाता है। इस खास दिन भगवान शिव की बारात निकली थी और माता पार्वती और भगवान शिव के विवाह के बंधन में बंधे थे।
सोमवती अमावस्या- 20 फरवरी 2023 (सोमवार)
इस साल 20 फरवरी के दिन सोमवती अमावस्या मनाई जाएगी। यह दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना करती हैं। वे पीपल की पूजा करती है और उनके लिए व्रत रखती हैं। बता दें कि सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। यह सालभर में सिर्फ एक या दो बार ही आती है। इस विशेष दिन पर पवित्र नदियों में स्नान करने से पितरों की आत्मा को भी शांति मिलती है।
फुलेरा दूज- 21 फरवरी 2023 (मंगलवार)
फुलेरा दूज फाल्गुन माह की द्वितीया को मनायी जाती है। इसे होली आगमन के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इस दिन को इसलिए भी खास माना जाता है, क्योंकि यह एक विवाह के लिए अबूझ मुहूर्त है। जिसका सीधा अर्थ है कि अगर किसी जोड़े के विवाह के लिए सटीक मुहूर्त नहीं मिल रहा है तो वे इस दिन विवाह कर सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि फुलेरा दूज के विशेष दिन पर राधा-कृष्ण का ब्रह्म विवाह हुआ था।
- मिताली जैन
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