हनुमान जयंती व्रत से भक्त के सभी संकट होते हैं दूर

Hanuman Jayanti
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हनुमान जयंती व्रत से मिलती है मानसिक शांति और साहस का आशीर्वाद हनुमान जयंती पर तुलसी दान करने से व्यक्ति को अखंड भक्ति, साहस, उत्तम स्वास्थ्य और मानसिक शांति प्राप्त होती है। घर में तुलसी का पौधा लगाने या उसका दान करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मकता का संचार होता है।

आज हनुमान जयंती है, भगवान हनुमान के जन्मोत्सव का पर्व हिंदू धर्म में भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाता है। बजरंगबली को शक्ति, भक्ति और सेवा का प्रतीक माना जाता है। अगर आप जीवन में कुछ समस्याएं झेल रहे हैं या कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं तो हनुमान जी की पूजा करें आइए हम आपको हनुमान जयंती का महत्व एवं पूजा विधि के बारे में बताते हैं। 

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जानें हनुमान जयंती के बारे में 

चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मुख्य रूप से हनुमान जी की पूजा करना और उन्हें भोग में कुछ विशेष चीजें चढ़ाना अत्यंत शुभ माना जाता है। पंडितों का मानना है कि यदि आप इस दिन पूजा-पाठ के अलावा हनुमान जी के लिए कुछ विशेष ज्योतिष उपाय आजमाते हैं तो इससे आपके जीवन में सदैव उनकी कृपा दृष्टि बनी रहती है। पंडितों के अनुसार हनुमान जी अपने भक्तों को सभी कष्टों से दूर करते हैं और मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं। यदि कोई व्यक्ति हनुमान जन्मोत्सव पर हनुमान चालीसा का पाठ करता है और उनकी पूजा के साथ विशेष उपाय करता है, तो उनके बिगड़े काम भी बनने लगते हैं और हमेशा बजरंगबली की कृपा बनी रहती है। हनुमान जयंती पर कुछ विशेष उपायों से आपके बिगड़े काम बन सकते हैं और भय से मुक्ति भी मिल सकती है। हनुमान जयंती का त्योहार इस बार 12 अप्रैल को मनाया जाएगा। हिंदू धर्म में पूजा-पाठ में भोग लगाने का विशेष महत्व होता है। इस बार हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर ये लड्डू का भोग अपने हाथों से तैयार कर के जरूर लगाएं।

शनि देव को मिला है हनुमान जी का वरदान

पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि रावण के अहंकार के चलते जब उसने शनि देव को बंदी बना लिया था, तब हनुमान जी ने अपने अद्भुत पराक्रम से शनिदेव को मुक्त किया था। इस उपकार से प्रसन्न होकर शनि देव ने आशीर्वाद दिया कि जो भी हनुमान जी की सच्चे मन से आराधना करेगा, उस पर शनि की अशुभ दृष्टि नहीं पड़ेगी। इसलिए आज भी मान्यता है कि शनिवार को हनुमान जी की उपासना करने से शनि के सभी दोष शांत हो जाते हैं। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या जैसी पीड़ाओं से मुक्ति पाने के लिए हनुमान जी का स्मरण सबसे प्रभावशाली उपाय माना जाता है।

हनुमान जी को प्रिय हैं ये चीजें

अगर हम प्रिय राशि को चढ़ावे या दान के रूप में देखें, तो हनुमान जी को कुछ खास चीजें अत्यंत प्रिय मानी जाती हैं। आप हनुमान जी को चमेली के तेल में मिश्रित सिंदूर से चोला चढ़ा सकते हैं। यही नहीं, साथ में गरमा-गरम बूंदी के लड्डू भी चढ़ा सकते हैं। प्रसाद के रूप में आप गुड़ और चने का भोग लगा सकते हैं और लाल वस्त्र और फूल अर्पित कर सकते हैं। इसके साथ ही आप राम नाम का जाप भी जरूर करें। हनुमान जयंती पर घर में सिंदूर, केसर, ध्वज लाल फूल लाएं मिलेगा लाभ।

तुलसी दान से मिलती है भगवान की कृपा

तुलसी का पौधा देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है और यह भगवान विष्णु को अति प्रिय है। चूंकि हनुमान जी भगवान राम के अनन्य भक्त हैं और रामचंद्र जी स्वयं विष्णु के अवतार हैं, ऐसे में तुलसी का दान अप्रत्यक्ष रूप से हनुमान जी और भगवान विष्णु दोनों की कृपा प्राप्त करने का माध्यम बनता है।

हनुमान जयंती व्रत से मिलती है मानसिक शांति और साहस का आशीर्वाद

हनुमान जयंती पर तुलसी दान करने से व्यक्ति को अखंड भक्ति, साहस, उत्तम स्वास्थ्य और मानसिक शांति प्राप्त होती है। घर में तुलसी का पौधा लगाने या उसका दान करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मकता का संचार होता है।

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हनुमान जयंती व्रत से पितृ दोष से भी मिलती है मुक्ति

हनुमान जयंती पर तुलसी दान करना पितृ दोष की शांति में भी सहायक माना गया है। ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है। यह उपाय उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है, जो अपने जीवन में बार-बार बाधाओं और मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं।

हनुमान जयंती व्रत के दिन ऐसे करें पूजा 

पंडितों के अनुसार इस दिन सुबह उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। एक वेदी पर भगवान हनुमान की प्रतिमा स्थापित करें। उन्हें गंगाजल से स्नान कराएं। सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें। फूल, फल और मिठाई का भोग लगाएं। हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और हनुमान अष्टक का पाठ करें। भाव के साथ आरती करें। इस दिन अखंड रामायण का पाठ भी शुभ माना जाता है। अंत में पूजा में हुई गलतियों के लिए माफी मांगे।

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