राष्ट्रीय आजीविका मिशन क्या है? इससे किसको लाभ मिलेगा, इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के सामुदायिक संस्थानों के ज़रिये गरीब लोगों को आजीविका के विभिन्न स्रोतों को उपलब्ध करना और ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब लोगों की गरीबी दूर करना सरकार की प्राथमिकता है।
दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय आजीविका मिशन (डीएवाई-एनएलएम), भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी गरीबों के सतत विकास हेतु सामुदायिक संस्थानों की स्थापना करना तथा इसके माध्यम से ग्रामीण व शहरी गरीबी समाप्त करने के लिए आजीविका के विविध स्रोतों को प्रोत्साहन देना है। केन्द्र द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम को गांवों में ग्रामीण विकास मंत्रालय और शहरों में शहरी विकास मंत्रालय द्वारा राज्यों के सहयोग से लागू किया गया है।
गौरतलब है कि आजीविका- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्रामीण विकास विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जून 2011 में शुरू किया गया था। जिसे बाद में शहरी क्षेत्रों में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तौर पर शहरी विकास मंत्रालय द्वारा लागू किया गया। वहीं, नवंबर 2015 में, इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का नाम बदलकर 'दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन' (डीएवाई-एनआरएलएम) और दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डीएवाई-एनटीएलएम) कर दिया गया। इस योजना की शुरुआत भारत सरकार द्वारा देश के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के गरीबों को कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए की गयी है। जिसके अंतर्गत गरीबों के कौशल विकास और उनकी आजीविका के अवसरों में वृद्धि कर गरीब लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान कर उनकी गरीबी को दूर किया जायेगा। यह योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का एकीकरण है।
इसे भी पढ़ें: वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड क्या है? इससे क्या-क्या लाभ होंगे?
# 'भारत' और 'इंडिया' दोनों शामिल किए गए हैं राष्ट्रीय आजीविका मिशन योजना में
राष्ट्रीय आजीविका मिशन योजना को दो भागों में बांटा गया है- पहला, ग्रामीण भारत के लिए; तथा दूसरा, शहरी भारत के लिए। दीनदयाल अंत्योदय योजना के रूप में नामित शहरी घटक को आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय (एचयूपीए) द्वारा कार्यान्वयन किया जाएगा और दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना में ग्रामीण घटक का कार्यन्वयन ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा किया जाएगा।
# राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के बारे में जानिए
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन अंतर्गत दीन दयाल शहरी आजीविका योजना उपक्रम के तहत शहरी क्षेत्रों में प्रशिक्षण केंद्र, एसएचजी संवर्धन और बेघर लोगों को स्थायी आश्रय दिया जायेगा। बेघरों के लिए घरों का निर्माण तथा निजी व सामूहिक सूक्ष्म निर्माण के लिए, सड़क पर सामान बेचने वालों, कूड़ा बीनने वालों आदि शहरों में रहने वाले निर्धनों के लिए रोज़गार के अवसर तथा उनकी आय बढ़ाने के उपाय केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराये जाएंगे। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत शहरी क्षेत्रों के लिए दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना के अंतर्गत सभी 4041 शहरों और कस्बों को कवर कर पूरे शहरी आबादी को लगभग कवर किया जाएगा।
# राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के बारे में समझिए
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के सामुदायिक संस्थानों के ज़रिये गरीब लोगों को आजीविका के विभिन्न स्रोतों को उपलब्ध करना और ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब लोगों की गरीबी दूर करना सरकार की प्राथमिकता है। इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के 10 लाख लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम को राज्यों के सहयोग से लागू किया गया है। इस मिशन को 2011 में लॉंच किया गया था। यह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन 29 राज्यों और 5 केन्द्र शासित प्रदेशों के 586 जिलों के अंतर्गत 4,459 प्रखंडों में लागू किया गया है। डीएवाई-एनआरएलएम कार्यक्रम के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में महिला किसानों के लिये कृषि और गैर-कृषि आधारित आजीविका को बढ़ावा देने के लिये समर्पित घटक सहित महिला सशक्तीकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है।
# दिल्ली और चंडीगढ़ को छोड़कर पूरे देश में लागू है डीएवाई-एनआरएलएम
केंद्र सरकार देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों (दिल्ली और चंडीगढ़ को छोड़कर) में डीएवाई-एनआरएलएम लागू कर चुकी है। दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में विविधता लाने के लिये 4.5 करोड़ से अधिक महिलाओं को एसएचजी (सेल्फ हेल्प ग्रुप) के तहत लाया गया है। उनकी क्षमता विकास एवं कौशल प्रशिक्षण के ज़रिये आर्थिक गतिविधियों हेतु बैंक लिंकेज में भी पिछले कुछ वर्षों के दौरान उल्लेखनीय विस्तार किया गया है। बता दें कि वर्ष 2014-15 में 23,953 करोड़ रुपए के बैंक लिंकेज से वर्तमान 2020-21 तक ऋण बकाए का आकार बढ़कर करीब 60 हज़ार करोड़ रुपए हो गया है।
इसे भी पढ़ें: पीएम गति शक्ति योजना क्या है? इसका उद्देश्य क्या है? इससे किसको फायदा होगा?
# ये है दीनदयाल अंत्योदय योजना का मुख्य उद्देश्य
देश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के गरीब लोग आर्थिक रूप से कमज़ोर होने के कारण मजदूरी करके अपना जीवन यापन कर रहे हैं। उनमें से बहुत से गरीब लोगों के पास आय का कोई स्थिर साधन ही नहीं है। इसलिए केंद्र सरकार ने दीनदयाल अंत्योदय योजना आरम्भ किया है, जिसके ज़रिये ग्रामीण व शहरी गरीब परिवारों की गरीबी और जोखिम को कम करने के लिए उन्हें लाभकारी स्वरोजगार प्रदान किया जाए। साथ ही कुशल मजदूरी रोजगार के अवसर का उपयोग करने में उन्हें सक्षम बनाया जाए, जिसके परिणामस्वरूप मजबूत जमीनी स्तर के निर्माण से उनकी आजीविका में स्थायी आधार पर सराहनीय सुधार हो सके। इस एनआरएलएम के माध्यम से ग्रामीण गरीबी समाप्त करना तथा आजीविका के विविध स्रोतों को प्रोत्साहन प्रदान करना है।
# ये हैं दीनदयाल अंत्योदय योजना के लाभ
देश के नागरिक को स्वतंत्र एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा दीनदयाल अंत्योदय योजना का आगाज एक दशक पूर्व किया गया था, जो शहरी व ग्रामीण गरीबी को दूर करने में कारगर साबित हो रही है। इस योजना के माध्यम से लाभार्थियों को रोजगार प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इसके अलावा, स्ट्रीट वेंडर को वित्तीय सहायता एवं बेघर लोगों को स्थाई आश्रय भी प्रदान किया जाता है। यह योजना अर्बन पॉवर्टी को घटाने में बहुत लाभकारी साबित हो रही है। इस योजना के माध्यम से अर्बन गरीबों को विभिन्न प्रकार के सेल्फ एंप्लॉयमेंट अपॉर्चुनिटी स्वयं सहायता समूहों के माध्यम आदि से प्रदान किया जा रहा है। इस योजना के कार्यान्वयन के लिए मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट एंड अर्बन अफेयर्स द्वारा गाइडलाइन भी जारी की जाती है। इस योजना के माध्यम से उन सेल्फ हेल्प ग्रुप के सदस्य को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, जो माइक्रो एंटरप्रेन्योर एक्टिविटीज में शामिल हैं, ताकि उनको आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके। यह योजना सेल्फ हेल्प ग्रुप के सदस्य को एवं उनके परिवारों के जीवन स्तर में भी सुधार लाने में कारगर साबित हो रही है।
# दीनदयाल अंत्योदय योजना की पात्रता के लिए आवश्यक दस्तावेज़
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को भारतीय निवासी होना चाहिए। आवेदक गरीब होना चाहिए। ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के ही गरीब लोग इस योजना के अंतर्गत शामिल हो सकते हैं। आपके पास आधार कार्ड, पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, वोटर आईडी कार्ड, मोबाइल नंबर व पासपोर्ट साइज फोटो आदि में से कोई दो होना चाहिए।
# दीनदयाल अंत्योदय योजना का लाभ पाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
देश के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के गरीब लोग, जो इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करना चाहते हैं वो नीचे दिए गए तरीके को फॉलो करें। सर्वप्रथम आवेदक को योजना की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा। ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने दीनदयाल अंत्योदय योजना का होम पेज खुल जायेगा।
इस होम पेज पर आपको लॉगिन का ऑप्शन दिखाई देगा। जिस पर आपको क्लिक करना होगा। इस पर क्लिक करने के बाद आपके सामने कंप्यूटर स्क्रीन पर अगला पेज खुल जायेगा, जिस पर आपको लॉगिन फॉर्म दिखाई देगा। इस फॉर्म के नीचे रजिस्टर का ऑप्शन दिखाई देगा। उस पर आपको क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको अगले पेज पर रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जायेगा।
अब दीनदयाल अंत्योदय योजना फॉर्म में आपको पूछी गयी सभी जानकारी जैसे नाम, यूजरनेम, इमेल एड्रेस, पासवर्ड, कांटेक्ट नम्बर, सिक्योर कोड आदि भरनी होगी। जिन्हें भरने के बाद क्रिएट न्यू एकाउंट पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आप इस लॉग इन में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं और आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के तहत दिए गए प्रोत्साहन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
# दीनदयाल अंत्योदय योजना के पोर्टल पर लॉगइन करने की प्रक्रिया
वहीं, पोर्टल पर लॉगइन करने की प्रक्रिया पूरी करने के लिए सर्वप्रथम आपको दीनदयाल अंत्योदय योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। अब आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा। होम पेज पर आपको लॉगइन के विकल्प पर क्लिक करना होगा। अब आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा। इस पेज पर आपको अपना यूजरनेम, पासवर्ड तथा कैप्चा कोड दर्ज करना होगा। अब आपको लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इस प्रकार आप पोर्टल पर लॉगिन कर पाएंगे।
# दीनदयाल अंत्योदय योजना की फीडबैक देने की प्रक्रिया
सबसे पहले आपको दीनदयाल अंत्योदय योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां आपके सामने एक होम पेज खुल कर आएगा। फिर आपको फीडबैक के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपके सामने फीडबैक फॉर्म खुल कर आएगा। अब आपको इस फॉर्म में पूछ रही गई महत्वपूर्ण जानकरियाँ जैसे कि आपका नाम, सब्जेक्ट, ईमेल आईडी, फीडबैक तथा कैप्चा कोड दर्ज करना होगा। अब आपको सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इस प्रकार आप फीडबैक दे पाएंगे।
# दीनदयाल अंत्योदय योजना की वैकेंसी से संबंधित जानकारी प्राप्त करने की प्रक्रिया
सर्वप्रथम आपको दीनदयाल अंत्योदय योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां पर आपके सामने एक होम पेज खुल कर आएगा। जिस पर आपको करियर के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इस पर क्लिक करते ही आपके सामने एक सूची खुल कर आएगी। इस सूची में से आपको अपनी आवश्यकता के अनुसार उपलब्ध विकल्प पर क्लिक करना होगा। जैसे ही आप विकल्प पर क्लिक करेंगे, वैकेंसी से संबंधित जानकारी आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर होगी।
इसे भी पढ़ें: प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना क्या है? इससे किस स्तर के छात्रों को लाभ मिलेगा
# दीनदयाल अंत्योदय योजना का लेटर व सर्कुलर देखने की प्रक्रिया
सबसे पहले आपको दीनदयाल अंत्योदय योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां आपके सामने एक होम पेज खुल कर आएगा। जिस पर आपको लेटर व सर्कुलर के विकल्प पर क्लिक करना होगा। जैसे ही आप इस विकल्प पर क्लिक करेंगे, तो आपके सामने सभी लेटर एवं सर्कुलर की सूची खुलकर आ जाएगी। अब आपको अपनी आवश्यकता के अनुसार विकल्प पर क्लिक करना होगा। इससे लेटर एवं सर्कुलर से संबंधित जानकारी आपकी स्क्रीन पर खुलकर आ जाएगी और आप अपने लिए उपयोगी जानकारी देख पाएंगे।
# दीनदयाल अंत्योदय योजना सम्बन्धी टेंडर देखने की प्रक्रिया
सबसे पहले आपको दीनदयाल अंत्योदय योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां पर आपके सामने एक होम पेज खुल कर आएगा। जिस पर आपको टेंडर के विकल्प पर क्लिक करना होगा। जैसे ही आप इस विकल्प पर क्लिक करेंगे तो आपके सामने सभी टेंडर की सूची खुलकर आ जाएगी। अब आपको अपनी आवश्यकता के अनुसार उपलब्ध विकल्प पर क्लिक करना होगा। इससे टेंडर से संबंधित जानकारी आपकी स्क्रीन पर होगी।
- कमलेश पांडेय
वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार
अन्य न्यूज़