Interview: भाजपा साथ देती, तो कांग्रेस में जाती ही नहींः विनेश फोगाट

Vinesh Phogat
ANI

अधूरी छूटी हुई लड़ाई को लड़ना है। हरियाणा खेल का मुकुट है जिस पर कुछ लोगों ने कीचड़ उछाला है, उसे साफ करना है। ये सब तभी कर पाउंगी, जब पावर में होउंगी। वरना, वही होगा जो हमने दिल्ली के जंतर-मंतर पर देखा, भाजपा की गंदी राजनीति के आदेश पर? भाजपा ने पूरे देश में जहर घोल दिया है।

विश्वस्तरीय कुश्ती पहलवान विनेश फोगाट ने आखिरकार कांग्रेस का दामन थाम ही लिया। उनके राजनीति डेब्यू के साथ ही हजारों सवाल भी एक साथ खड़े हो गए हैं। सबसे पहले कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह से आरोप लगाया है कि उन्हें तो पहले से पता था, वो कांग्रेस की कठपुतली है। तमाम लग रहे आरोपों के सवालों के अलावा विनेश फोगाट से पत्रकार डॉ. रमेश ठाकुर ने उनके साथ बातचीत में ये भी जाना, आखिर राजनीति में आने का उनका मुख्य मकसद क्या है।

प्रश्नः कांग्रेस से जुड़ने और राजनीति डेब्यू करने की कोई खास वजह?

उत्तरः अधूरी छूटी हुई लड़ाई को लड़ना है। हरियाणा खेल का मुकुट है जिस पर कुछ लोगों ने कीचड़ उछाला है, उसे साफ करना है। ये सब तभी कर पाउंगी, जब पावर में होउंगी। वरना, वही होगा जो हमने दिल्ली के जंतर-मंतर पर देखा, भाजपा की गंदी राजनीति के आदेश पर? भाजपा ने पूरे देश में जहर घोल दिया है। उनके नेताओं के कुकर्मों के खिलाफ बोलने या प्रदर्शन करने पर देश के खिलाड़ियों, किसानों, छात्रों को आतंकी बताया गया। उनकी एक नेत्री अभी किसानों को हत्यारा और बलात्कारी बता रही है। प्रदर्शकारियों पर मुकदमें किए गए, सड़कों पर घसीटे गए। उन सभी का चुन चुनकर हिसाब लिया जाएगा।

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प्रश्नः आंदोलन के वक्त आपको उम्मीद थी प्रधानमंत्री हस्तक्षेप करेंगे?

उत्तरः विश्वास था, लेकिन उन्होंने चुप्पी साधी। प्रधानमंत्री हस्तक्षेप करते, तो बृजभूषण कुछ नहीं कर पाते। खेल संघ उनका, अध्यक्ष उनका, खेली मंत्री उनका और प्रधानमंत्री भी उनके। ये लोग अब भी घमंड में हैं कि उनका कोई कुछ नहीं कर पाएगा। देखिए, राजनीति में मैं कभी नहीं आना चाहती थी। लेकिन कांग्रेस का तहेदिल से शुक्रिया करूंगी, जो उन्होंने कठिन समय में हमारा साथ दिया। उनके नेता हमारे साथ खड़े रहे। देश के अन्य दलों का भी भरपूर साथ मिला, सिवाय भाजपा के? भाजपा या प्रधानमंत्री हमें न्याय दिलवाते तो मुझे राजनीति में आने की जरूरत ही नहीं पड़ती।

प्रश्नः बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि आप शुरू से कांग्रेसी की कठपुतली थीं?

उत्तरः उनके पास अब कहने के लिए कुछ नहीं बचा? पाप का घड़ा उनका लबालब भर चुका है। ऐसे व्यक्ति से क्या उम्मीद करेंगे, जो देश के मेडल की कीमत 15 रूपए लगाए, पेरिस में पदक नहीं मिलने पर जश्न मनाता हो? फाइनल में जब मैंने विश्व विख्यात पहलवान को पटका, तब पूरा देश खुशी से नाच रहा था और ये आदमी शोक में डूबा था। इससे उनकी मानसिकता का अंदाजा लगा सकते हैं। जहां तक कांग्रेस की कठपुतली बताने का सवाल है। अगर प्रधानमंत्री बृजभूषण शरण पर कार्यवाही करते, तो मैं भाजपा का ही गुणगान करती सदैव। कभी कांग्रेस का दामन ना थामती। सबने देखा कि कैसे प्रधानमंत्री ने ठाल बनकर उनका बचाव किया। इसलिए मेरी नजर में दोनों बराबर के दोषी हैं।

प्रश्नः पेरिस की घटना का आखिर सच क्या है?

उत्तरः जिंदा बच गई ये गनीमत समझे देशवासी? सच बाहर आएगा, एक न एक दिन? दुनिया जानती है, मेरी सफलता से किसके पेट में दर्द हुआ था। मात्र 100 ग्राम वजन का बहाना लगाकर मेरे करियर का ‘दा एंड’ किया गया। घटना के बाद प्रधानमंत्री से लेकर उनकी जमात मंडली के घडियाली आंसुओं को भी देश ने देखा। बहुत बड़ा षड़यंत्र हुआ मेरे साथ? मेडल देश का था मेरा नहीं? लेकिन फिर भी शर्म नहीं आई इनके लोगों को। ये सभी लड़ाइयां मुझे अपने जीते जी लड़नी है। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी लड़ाई में कांग्रेस अंत तक साथ देगी।

प्रश्नः आपके आरोपों पर बृजभूषण शरण सिंह ने यहां तक कह दिया है मेरी हरकत के वक्त विनेश में थप्पड़ क्यों नहीं मारा?

उत्तरः उसका भी वक्त आएगा, उनकी ये भी हसरत पूरी होगी। ताउम्र तो भाजपा और प्रधानमंत्री उन्हें बचाएंगे नहीं? हिम्मत है तो हरियाणा चुनाव में आएं अपनी पार्टी का प्रचार करने, जनता के बीच खुलेआम घूम कर दिखाएं। ऐसे लोगों को जनता खुद जवाब देती है। जैसे भाजपा को इस बार के लोकसभा चुनाव में जनता ने दिया। 400 पार का नारा 240 में समेट दिया। जनता हरियाणा में भी सबक सिखाने का तैयार है। सम्मानजनक सीटें तक मिलने की उम्मीदें नहीं हैं। प्रधानमंत्री इसलिए ही हरियाणा चुनाव से दूरी बनाए हुए हैं।

प्रश्नः अगर पार्टी विजय होती है, तो क्या जीतने के बाद विनेश फोगाट खेल मंत्री बनेंगी?

उत्तरः भविष्य में क्या होगा, मैं अभी से क्या बता सकती हूं। हां, इतना जरूर है खेलों को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोडूंगी। सबसे पहले मेरा ध्यान चुनाव पर है। रिकॉर्ड वोटों से चुनाव जीतकर कांग्रेस को प्रदेश में मजबूत करना चाहती हूं। उसके बाद पार्टी जो तय करेगी, जो भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, उसका दिल-जान से निर्वाह करूंगी।

बातचीत में जैसा पहलवान व कांग्रेस नेता विनेश फोगाट ने पत्रकार डॉ. रमेश ठाकुर से कहा

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