Delhi में पुरुषों, महिलाओं के पास नहीं है नौकरी, National Level से बेहद चौंकाने वाले हैं राष्ट्रीय राजधानी के आंकड़े
दिल्ली में महिलाओं में बेरोजगारी दर देश के औसत की तुलना में लगभग दोगुनी है। दिल्ली सरकार की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई। दिल्ली में महिला एवं पुरुष-2023 रिपोर्ट के अनुसार 2021-22 में दिल्ली में पुरुषों की बेरोजगारी दर 5.1 प्रतिशत और महिलाओं की बेरोजगारी दर छह प्रतिशत थी।
नयी दिल्ली। राजधानी दिल्ली को लेकर कुछ अहम आंकड़े जारी हुए हैं। दिल्ली देश की राजधानी है, जिसे लेकर पूरे भारत और विश्व में ये माना जाता है कि राजधानी होने के कारण यहां रोजगार के बेहतर अवसर पैदा होंगे। मगर दुखद है कि राजधानी को लेकर जो आंकड़े सामने आए हैं वो बेहद निराशाजनक है। क्राइम, बेरोजगारी और आबादी से संबंधित ये आंकड़ें हैं, जो काफी चौंकाने वाले है। ताजा आंकड़ों की मानें तो दिल्ली की आबादी वर्ष 2036 तक बढ़कर 2.65 करोड़ तक पहुंच जाएगी। अनुमान के मुताबिक, साल 2036 में शहर की आबादी में महिलाएं 47.34 फीसदी होंगी। जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 48.78 फीसदी है।
आमतौर पर सोचा जाए तो राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं और पुरुषों के लिए नौकरी व रोजगार के बेहतर अवसर होने चाहिए मगर आंकड़ों में ऐसा नहीं है। रिपोर्ट में आंकड़े इस सोच के उलट हैं जो बेहद निराशाजनक है। आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में महिलाओं की बेरोजगारी दर नेशनल एवरेज के मुकाबले दोगुणी से अधिक है।
ये जानकारी 'दिल्ली में महिलाएं और पुरुष-2023’ शीर्षक वाली रिपोर्ट के जरिए सामने आई है। इस रिपोर्ट में और भी कई चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए गए है। आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में महिलाओं में बेरोजगारी दर देश के औसत की तुलना में लगभग दोगुनी है। दिल्ली सरकार की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई। दिल्ली में महिला एवं पुरुष-2023 रिपोर्ट के अनुसार 2021-22 में दिल्ली में पुरुषों की बेरोजगारी दर 5.1 प्रतिशत और महिलाओं की बेरोजगारी दर छह प्रतिशत थी।
दूसरी ओर अखिल भारतीय स्तर पर यह पुरुषों के लिए 4.4 प्रतिशत और महिलाओं के लिए 3.3 प्रतिशत थी। व्यापक रोजगार की स्थिति से पता चला कि शहर में 33.1 प्रतिशत कामकाजी पुरुष अपना काम कर रहे थे, 63 प्रतिशत नियमित वेतनभोगी कर्मचारी थे, और 3.5 प्रतिशत आकस्मिक श्रमिक श्रेणी में थे। रिपोर्ट में कहा गया कि महिला श्रमिकों में केवल 17 प्रतिशत अपना काम कर रही थीं। दूसरी ओर 83 प्रतिशत नियमित वेतनभोगी कर्मचारी श्रेणी में थीं।
इस काम में है सबसे अधिक महिलाएं
आंकड़ों के मुताबिक अदर सर्विसेज कैटेगरी में सबसे अधिक महिलाएं काम कर ती है। इसमें 15 प्रतिशत महिलाएं ट्रेड, होटल इंडस्ट्री से जुड़ी हुई है। लगभग समान आंकड़ों के साथ महिलाएं मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री से संबंधित है। पुरुष कर्मचारियों की बात करें तो 30 प्रतिशत व्यापार, होटल इंडस्ट्री से संबंधित है। लगभग 24 प्रतिशत मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में काम करते है।
दिल्ली है तेजी से बढ़ता शहर
आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली तेजी से बढ़ता शहर है। वर्ष 2011 की जनगणना की मानें तो दिल्ली में 1,67,87,941 की जनसंख्या थी जिसमें 78,00615 महिलाएं और 89,87,326 पुरुष थे। इसके 10 वर्ष बाद 2021 की जनगणना के मुताबिक दिल्ली में महिलाओं की आबादी शहर की कुल आबादी का 46.47 फीसदी पहुंच गया है।
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